वोटिंग के दिन 18 FIR हुईं दर्ज, मुख्य चुनाव अधिकारी ने शांतिपूर्ण मतदान पर जताई खुशी
पंजाब में रविवार को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग सम्पन्न हुई. राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. एस करुणा राजू ने बताया कि पूरे प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान कराया गया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पंजाब (Punjab) में रविवार को विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के लिए वोटिंग सम्पन्न हुई. राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (Chief Election officer) डॉ. एस करुणा राजू ने बताया कि पूरे प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान कराया गया. कहीं से भी हिंसा की घटनाएं नहीं हुई. हालांकि शांतिपूर्ण मतदान में रुकावट डालने की वजह से करीब 18 एफआईआर दर्ज की गई हैं. उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे तक करीब 63.44 प्रतिशत मतदान हुआ. उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि सभी 196 महिला मतदान केंद्रों पर भी बड़ी संख्या में मतदाता नजर आए. इस चुनाव में 1,304 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 93 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं.
सभी उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम (EVM) मशीनों बंद हो गया है और 10 मार्च को नतीजे जारी होने के बाद यह तय हो जाएगा कि राज्य में किस पार्टी की सरकार बनेगी. चुनाव आयोग के अनुसार, राज्य में 1,02,00,996 महिलाओं समेत 2,14,99,804 मतदाता थे, जिन्होंने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया. डॉ राजू ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा 65 सामान्य पर्यवेक्षकों, 29 पुलिस पर्यवेक्षकों और 50 व्यय पर्यवेक्षकों के अलावा 8784 सूक्ष्म पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति इस चुनाव की मुख्य विशेषता थी. उन्होंने कहा कि सुबह मॉक पोल के दौरान 146 बैलेट यूनिट, 152 कंट्रोल यूनिट और 433 वीवीपीएटी मशीनों को बदला गया, जबकि मतदान के दौरान 72 बैलेट यूनिट, 64 कंट्रोल यूनिट और 649 वीवीपीएटी को बदला गया.
कौन सी पार्टियां हैं मैदान में
पंजाब में इस बार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), शिरोमणि अकाली दल (शिअद)- बहुजन समाज पार्टी (BSP) गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी (BJP)- पंजाब लोक कांग्रेस(PLC)-शिअद (संयुक्त) गठबंधन और विभिन्न किसान संगठनों की राजनीतिक इकाई 'संयुक्त समाज मोर्चा' के बीच बहुकोणीय मुकाबला है.
कैसी थी 2017 की स्थिति
2017 के विधानसभा चुनाव में पंजाब में 78.6 प्रतिशत मतदान हुआ था. तब कांग्रेस पार्टी 77 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. 2017 में शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन शिअद और बीजेपी को केवल 18 सीटों पर ही जीत मिली थी. जिसमें से शिअद के खाते में 15 सीट और बीजेपी के खाते में केवल 3 सीटें आई थीं. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को 117 में से 20 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा लोक इंसाफ पार्टी भी 2 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. इस बार आम आदमी पार्टी सरकार बनाने की मजबूत दावेदार नजर आ रही है.