Amritsar,अमृतसर: प्रशासन ने बताया कि जिले में 1200 मीट्रिक टन डीएपी (डाय-अमोनिया फॉस्फेट) खाद पहुंच चुकी है, जिसे वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में किसानों को वितरित किया जा रहा है। प्रशासन ने बताया कि सीजन में गेहूं व अन्य फसलों की बुआई के लिए कुल 30 हजार मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत है। अब तक करीब 22 हजार मीट्रिक टन खाद किसानों तक पहुंच चुकी है। कृषि अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में किसान नाइट्रोजन व फॉस्फोरस की समान मात्रा प्राप्त करने के लिए डीएपी के विकल्प के रूप में ट्रिपल सुपर फॉस्फेट Triple Super Phosphate व अन्य खाद का भी प्रयोग कर रहे हैं। डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि सहकारी समितियों व निजी व्यापारियों को 60:40 के अनुपात में डीएपी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में कृषि सहकारी समितियां बंद हैं, वहां प्रशासन ने किसानों से नजदीकी चालू समिति से खाद लेने को कहा है। मुख्य कृषि अधिकारी तजिंदर सिंह ने बताया कि वैकल्पिक खाद के प्रयोग से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए किसान अपने-अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।