ओडिशा में डायरिया का आतंक, लोगों की ले रहीं जान, विपक्ष ने नवीन सरकार को घेरा

ओडिशा में डायरिया कहर बरपाने लगा है

Update: 2022-07-17 08:58 GMT
Diarrhea cases in Odisha:ओडिशा में डायरिया कहर बरपाने लगा है। दूषित पानी पीने से डायरिया के कारण राज्‍य के रायगडा जिले में छह लोगों की मौत हो गई और 71 लोगों की हालत नाजुक होने के कारण उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती करवाया गया है।
राज्य सरकार ने इस संबंध में स्वास्थ्य अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। विपक्ष ने इस मुद्दे को ओडिशा विधानसभा में भी उठाया और खूब हंगामा मचाया और इस मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने भी राज्‍य में हुई डायरिया से लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से जवाब मांगा है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार रायगढ़ जिले के कई गांवों में दूषित पानी पीने के कारण कई लोग बीमार हो गए हैं। 11 डाक्टरों की टीम ने अब प्रभावित जिलों का दौरा कर पानी के नमूने लिए हैं। गांवों से लिए गए सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है।
किया जा रहा है जागरुक
स्थानीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दूषित पानी से होने वाली बीमारी डायरिया के केस पहले मलीगुड़ा गांव और बाद में टिकिरी, गोबरीघाटी, दुदुकाबहल, राउत घाटी और जलखुरा गांवों से सामने आये थे। इस संबंध में लोगों को जागरुक किया जा रहा है।
गौरतलब है कि इससे पहले साल 2007 और 2008 में डायरिया से क्रमश: 40 और 29 लोगों की मौत हुई थी। वर्ष 2017 और 2018 में भी डायरिया के प्रकोप से ओडिशा के कई जिले प्रभावित हुए थे।
71 मरीजों का चल रहा है इलाज
खुले स्रोतों से पानी पीने के बाद अस्पताल में भर्ती 71 लोगों में से 46 का इलाज टिकिरी पब्लिक हेल्थ सेंटर (पीएचसी) में, 14 काशीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में और 11 लड़कियों का थातीबार पीएचसी के एक आश्रम स्कूल में इलाज चल रहा है।
जल जनित रोगों का इतिहास
काशीपुर प्रखंड में जल जनित रोगों का इतिहास रहा है। 2008 में डायरिया के कारण लगभग 100 लोगों की मौत हुई थी, जबकि हैजा ने 2010 में लगभग 100 लोगों की जान ले ली थी।
यह मुद्दा शनिवार को विधानसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया गया, जिसमें कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने पटनायक से बयान की मांग की।
रायगडा जिला कलेक्टर ने किया चिकित्सा केंद्रों का दौरा
रायगडा जिला कलेक्टर स्वधा देव सिंह ने सीडीएमओ डॉ लालमोहन राउतरे के साथ चिकित्सा केंद्रों का दौरा किया। उन्होंने शनिवार को कहा, "हालांकि हमें अभी तक डायरिया से होने वाली मौतों की पुष्टि नहीं हुई है,
लेकिन डायरिया के मामले सामने आने के बाद हमने जल जनित बीमारियों का इलाज शुरू कर दिया है।" सिंह ने कहा कि बीमारी को और फैलने से रोकने के लिए पानी के दूषित स्रोतों को कीटाणुरहित किया जा रहा है।



सोर्स : दैनिक जागरण 
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