New Delhiनई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर मनोरंजन परिदा को आज भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) का अध्यक्ष चुना गया। रायपुर में आयोजित आईआरसी के वार्षिक सत्र के दौरान प्रोफेसर मनोरंजन परिदा को आईआरसी का अध्यक्ष चुना गया। आईआरसी राजमार्ग इंजीनियरों का सबसे बड़ा पेशेवर निकाय है जो राजमार्गों, पुलों और सुरंगों आदि जैसे राजमार्ग बुनियादी ढांचे से संबंधित है।
प्रो. परिदा, यूसीई बुर्ला के पूर्व छात्र हैं, जिसे वर्तमान में वीएसएसयूटी के नाम से जाता है, वे उच्च प्रतिष्ठा वाले शिक्षाविद् हैं। सीएसआईआर-सीआरआरआई में शामिल होने से पहले वे आईआईटी रुड़की में उप निदेशक थे। वे 2013-2017 के दौरान आईआईटी रुड़की में भारत में राजमार्ग प्रणाली के विकास पर MoRTH चेयर प्रोफेसर रहे हैं। दिल्ली में फ्लाईओवर के लिए शोर अवरोधक का डिजाइन और विकास उनके द्वारा किया गया एक अभिनव योगदान है। उन्होंने आरएसवीवाई परियोजना के तहत बिहार राज्य में (2007-2013 के दौरान) 1700 किलोमीटर लंबे राज्य राजमार्ग के तीसरे पक्ष द्वारा गुणवत्ता ऑडिट के लिए पर्याप्त इनपुट प्रदान किए हैं। जाना
प्रोफेसर परीदा ने 35 पीएचडी शोध प्रबंधों का पर्यवेक्षण किया है और पत्रिकाओं/सम्मेलनों में 450 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित किए हैं। उन्होंने 350 से अधिक शहरी सड़क अवसंरचना परियोजनाओं, अंतर-शहरी गलियारों, ग्रामीण सड़कों और एक्सप्रेसवे के लिए परामर्श प्रदान किया है। सीआरआरआई के निदेशक के रूप में उन्होंने स्टील स्लैग रोड प्रौद्योगिकी के विकास, नागपुर के लिए एआई आधारित सड़क सुरक्षा समाधान (आईआरएएसटीई), द्वारका एक्सप्रेसवे का तृतीय पक्ष गुणवत्ता मूल्यांकन, सड़क निर्माण में औद्योगिक अपशिष्ट के उपयोग को बढ़ावा देने और सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क बुनियादी ढांचे के विकास के लिए समाधान प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रोफेसर मनोरंजन परिदा को वर्ष 2004 में भारतीय सड़क कांग्रेस से पंडित जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार मिला है। उन्हें आईआईटी रुड़की का उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार मिला है। वे वर्तमान में भारतीय सड़क कांग्रेस, नई दिल्ली की शहरी सड़क एवं गलियाँ समिति (एच-8) के संयोजक हैं। वे भारतीय मानक ब्यूरो की पीसीडी6 (बिटुमेन, टार एवं अन्य उत्पाद) समिति के संयोजक हैं।