Bhubaneswar। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बुधवार को यहां आयोजित युवा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में भारत की युवा शक्ति पर भरोसा जताते हुए वैश्विक विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। जयशंकर ने भारतीय बैडमिंटन स्टार पी. वी. सिंधु के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसे ‘युवा आइकन’ हैं, जिन्होंने हमारे देश को ‘चलता है’ से ‘बदल सकता है’ और ‘होगा कैसे नहीं?’ वाली सोच में बदल दिया है।
सम्मेलन के दौरान उद्घाटन भाषण में विदेश मंत्री कहा कि विकास अपने आप में एक बहुत ही जटिल कार्य है, मगर यह तब बहुत आसान हो जाता है, जब हमें विश्वास होता है कि कुछ भी हमसे परे नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की कोशिशों का एक बड़ा हिस्सा युवा पीढ़ी को उनके लक्ष्य हासिल करने के लिए सही प्रेरणा देना है।
जयशंकर ने कहा घर पर, हमने अमृत काल में विकसित भारत की ओर अपनी यात्रा शुरू की है। यह एक ऐसा प्रयास है, जो भविष्य की पीढ़ी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एआई, इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक, स्टार्टअप्स और खेलों से लेकर वैश्विक बदलाव में युवा पीढ़ी बड़े बदलाव ला रही है।
उन्होंने भारतीय डायस्पोरा के सदस्यों से भारतीय पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रवासी भारतीयों की युवा पीढ़ी से नियमित अंतराल पर भारत आने की अपील की, ताकि उनका भारत से जुड़ाव हो सके। जयशंकर ने इस दौरान प्रवासी भारतीय बिजनेस लीडर्स को भी संबोधित किया।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह कार्यक्रम बुधवार को युवा प्रवासी भारतीय दिवस के साथ शुरू हुआ है और गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। 10 जनवरी को आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार समारोह के साथ यह सम्मेलन संपन्न होगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगी।