नवीन पटनायक ने किया अपने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन, इस बार भी सुंदरगढ़ जिले को नही मिला मंत्री
नवीन पटनायक ने किया अपने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन
राउरकेला : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन किया है। अंदेशा लगाया जा रहा था इस बार सुंदरगढ़ जिले को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। जिले में बीजद के दो विधायक शारदा प्रसाद नायक और सुब्रत तराई है। लेकिन आलाकमान ने इनमें से किसी को मंत्री का पद नहीं दिया है। सुंदरगढ़ जिला, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस जिले से किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है।
इसे लेकर बीजद कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है। जिले के दो बीजद विधायकों में जिलाध्यक्ष और जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष शारदा नायक के मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा थी। क्योंकि शारदा के नेतृत्व में पार्टी ने पिछले नगरपालिका और पंचायत चुनावों में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। बीजद ने जिले की 35 जिला परिषद सीटों में से 33 पर जीत हासिल की और परिषद का गठन किया। इसी तरह, जिले की तीन नगर पालिकाओं में से, राजगांगपुर और बीरमित्रपुर में पार्टी ने जीत दर्ज की।
सुंदरगढ़ नगर पालिका में बीजद अध्यक्ष पद पर कब्जा करने में विफल रही। लेकिन 19 में से 11 पार्षद सीट जीतने में सफल रही। इसके अलावा पंचायत समिति चुनाव में बीजद ने जिले के 17 प्रखंड में से 11 प्रखंडों में बीजद का कब्जा है। इन चुनाव परिणामों ने शारदा के संगठनात्मक कौशल की पुष्टि की। इसी वजह से स्थानीय बीजद कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि इस बार कम से कम शारदा को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। दूसरी ओर, स्वास्थ्य कारणों से सुब्रत तराई की अपने निर्वाचन क्षेत्र से लगातार अनुपस्थिति ने उन्हें मंत्री पद की दौड़ से बहुत पहले ही बाहर कर दिया था। हालांकि, राउरकेला में अफवाह थी कि वह भुवनेश्वर में मंत्री पद के लिए पैरवी कर रहे थे।
जिले ने आखिरी बार रघुनाथपल्ली विधायक सुब्रत तराई को मंत्री के रूप में देखा था। तराई 2 अगस्त 2012 से 2014 तक वाणिज्य और परिवहन मंत्रालय के प्रभारी थे। इसके बाद से अब तक जिले का कोई भी नेता मंत्री पद नहीं पाया है। इस बीच चार बार 2017, 2018, 2017 और 2022 में कैबिनेट और कैबिनेट का विस्तार किया गया है। लेकिन बीजद सुप्रीमो ने जिले के पार्टी के विधायकों पर कभी भरोसा नहीं किया। 2009 में, शारदा नायक को शहरी विकास और आपूर्ति विभाग सहित दो प्रमुख विभाग मिले थे।