प्रदेश में कोरोना के कारण भक्त एवं भगवान के बीच लगायी गई बंदिशों को हटाने का लिया गया निर्णय

भक्त एवं भगवान के बीच लगायी गई बंदिशों

Update: 2022-02-18 12:29 GMT
भुवनेश्वर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण भक्त एवं भगवान के बीच लगायी गई बंदिशों को हटाने का निर्णय लिया गया है। पुरी जगन्नाथ मंदिर में भक्त बिना किसी बंदिश के महाप्रभु का दर्शन कर सकेंगे। भक्तों के लिए अब कोविड टीका के दोनों डोज की बंदिश से भी मुक्त कर दिया गया है।
मंदिर सुबह 6 से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को महाप्रभु के दर्शन के लिए विशेष कतार की व्यवस्था की जाएगी। सभी भक्तों के लिए पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से जारी किया गया यह नया दिशा निर्देश आगामी 21 फरवरी से लागू होने जा रहा है। इस नए दिशा-निर्देश के तहत अब भक्तों को महाप्रभु का दर्शन करने के लिए भक्तों को किसी प्रकार के प्रमाणपत्र दिखाने की आवश्यकता नही होगी।
पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से जारी नए दिशा-निर्देश के मुताबिक जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए पहले से लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया है। ऐसे में भक्तों को कोविड टीका प्रमाणपत्र या फिर निगेटिव रिपोर्ट लाने की जरूरत नहीं है। हालांकि मास्क पहनने एवं व्यक्तिगत दुराव का अनुपालन करने के लिए मंदिर प्रशासन की तरफ सलाह दी गई है। सार्वजनिक दर्शन जगन्नाथ मंदिर सुबह 6 से रात 9 बजे तक खुला रहेगा।
सैनिटाइजेशन के लिए प्रत्येक रविवार पुरी जगन्नाथ मंदिर भक्तों के लिए बंद रहेगा। मंदिर को सैनिटाइज करने के लिए प्रत्येक रविवार को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। महाप्रभु के दर्शन के लिए वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष कतार की व्यवस्था की जाएगी। अन्य श्रद्धालुओं के लिए लगने वाली कतार की तु०लना में वरिष्ठ नागरिकों को दर्शन में प्राथमिकता दी जाएगी। इस संदर्भ में बहुत जल्द विशेष दिशा-निर्देश पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से जारी किया जाएगा।
इन सबके अलावा पुरी जगन्‍नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालु काफी लम्बे समय तक कतार में खड़े रहते हैं, ऐसे में भक्तों के लिए पेयजल की व्यवस्था किए जाने की बात भी मंदिर की तरफ से जारी किए गए दिशा-निर्देश में उल्लेख किया गया है।
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