धान बेचने के इंतजार में जिले के 48 हजार 26 किसान, कराया गया पंजीकरण

इससे बिचौलिया सस्ते में धान खरीद कर रख रहे हैं एवं मंडी खुलते ही सरकार के द्वारा निर्धारित अधिक दाम पर बेचने की फिराक में हैं

Update: 2021-12-11 04:36 GMT
राउरकेला: सुंदरगढ़ जिले में डेढ़ महीने से धान कटनी चल रही है। धान को बेचने के लिए 48 हजार 26 किसानों ने पंजीकरण कराया है। सरकार की ओर से धान खरीदने के लिए 47 सहकारिता संस्था एवं 8 स्वयं सहायक समूह को इसकी जिम्मेदारी दी है। मंडी नहीं खुलने के कारण किसान बाहर धान बेच रहे हैं। इससे बिचौलिया सस्ते में धान खरीद कर रख रहे हैं एवं मंडी खुलते ही सरकार के द्वारा निर्धारित अधिक दाम पर बेचने की फिराक में हैं।
सुंदरगढ़ जिले में सरकारी दाम पर लैंपस के जरिए धान बेचने के लिए किसानों का पंजीकरण किया गया है। इसमें बालीशंकरा ब्लाक में 1622, बांकी में 304, बड़गांव में 1772, भेड़ाबहाल में 1024, बिमलागढ़ में 458, बिरबिरा में 995, बिरंगाटोली में 1117, बिसरा में 1550, बणई में 2204, गोपालपुर में 364, गुरुंडिया में 1437, हाथीबाड़ी में 1416, हेमगिर में 800, जामुडीह में 140, जर्डा में 402, कलुंगा में 373, करमडीह में 1031, खुटगांव 1160, किजिरकेला में 704, किरालगा में 1047, कोइड़ा में 103, कुआरमुंडा में 781, कुतरा में 556, लहुणीपाड़ा में 1784, लाइंग में 285, लाठीकटा में 335, लेफ्रीपाड़ा में 1734, लुआबहाल में 857, महुलपादा में 577, महुलपाली में 1018, मझापाड़ा में 1565, मंगसपुर में 1370, नुआगांव में 956, पचोरा में 1082, रायबोगा में 669, राजगांगपुर में 577, राजपुर में 722, बणई आरसीएमएस में 1173, सुंदरगढ़ आरसीएमएस में 470, रुगुजड़ा में 796, सहाजबहाल में 1651, शंकरापोष में 1025, सर्गीपाली में 1449, सरसरा में 1446, सोल में 271, सबडेगा में 1421, उज्जवलपुर में 1367 ने पंजीकरण किया है। आठ एसएचजी में कुल 631 किसानों ने पंजीकरण कराया है। खरीफ ऋतु में अनियमित वर्षा के कारण सूखा पड़ा एवं कई क्षेत्रों में खेती का काम शुरू नहीं हो पाया। इसके बावजूद धान की फसल बेचने के लिए किसान तैयार हैं। सरकार की ओर से धान का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है और मंडी भी नहीं खुल पाया है। इससे भ्रष्ट व्यवसायी ग्रामीण क्षेत्र के किसानों से सस्ते दाम पर धान खरीद कर जमा करना शुरू कर दिए हैं।
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