सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटकों से कांप उठा मेघालय, 4.0 रही रिक्टर स्केल पर तीव्रता
मेघालय में सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 थी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मेघालय में सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 थी. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार सुबह 6:32 बजे मेघालय में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र राज्य से 43 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व में स्थित तुरा में था. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल गए. तीव्रता कम होने की वजह से कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.
इससे पहले रविवार रात को भी मेघालय में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रविवार रात्रि को भारतीय समयानुसार 8:37 बजे चेरापूंजी में रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र चेरापूंजी से 19 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व (ENE) में था. सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में यह हलचल हुई थी.
गत 11 जून को जम्मू-कश्मीर में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी गई थी. इस हलचल की गहराई सतह से 5 किलोमीटर गहराई में थी. भूगर्भ शास्त्रियों के अनुसार हिमालय पर्वत शृंखला बनने के समय से ही इसकी संरचना ऐसी है कि पूरे इलाके में फील्ड और फाल्ट बने हुए हैं. भारत का जम्मू-कश्मीर राज्य टेक्टोनिक प्लेट पर टिका हुआ है, जिस पर बड़ा दबाव पड़ने पर भूकंप के झटके आते हैं.
जानकारों के मुताबिक यदि पाकिस्तान से उत्तराखंड की ओर रिक्टर स्केल पर 6.0 की तीव्रता का भूकंप आता है तो इसका जम्मू-कश्मीर पर अधिक प्रभाव रहेगा. जम्मू-कश्मीर में भूकंप के अधिकतर झटके सतह से ज्यादा गहराई में नहीं आ रहे हैं. यह स्थिति अधिक नुकसान पहुंचाने वाली होती है. सतह से कम गहराई में अगर अधिक तीव्रता वाला भूकंप आता है तो भारी तबाही मचती है.