मेघालय : रोहिंग्या महिलाओं की तस्करी, सामने आई ये रिपोर्ट
भारत में रोहिंग्या और बांग्लादेशी महिलाओं की कथित तस्करी में शामिल होने के लिए असम और मेघालय के छह लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने नकली दस्तावेजों का उपयोग करके भारत में रोहिंग्या और बांग्लादेशी महिलाओं की कथित तस्करी में शामिल होने के लिए असम और मेघालय के छह लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। यह आरोप पत्र गुवाहाटी में एनआईए की विशेष अदालत में दायर किया गया है।
एनआईएस की इस जांच में पता चला है कि आरोपी व्यक्ति भारत और बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में स्थित अन्य साजिशकर्ताओं के साथ रोहिंग्या और बांग्लादेशी नाबालिग लड़कियों, महिलाओं की संगठित मानव तस्करी में शामिल थे। एनआईए ने एक बयान में कहा कि आरोपी व्यक्तियों ने परिवहन, आवास, नकली खरीद की व्यवस्था की थी।
जांच एजेंसी ने 5 आरोपी पकड़े हैं जिनमें कुमकुम अहमद चौधरी, अहिया अहमद चौधरी, बापन अहमद चौधरी, सहलाम लस्कर और जमालुद्दीन चौधरी हैं जो दक्षिण असम के कछार जिले के रहने वाले हैं। इनमें से छठा व्यक्ति वानबियांग सुटिंग मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स का रहने वाला है।
इन सभी को इस साल मार्च में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने कहा कि मुख्य आरोपी कुमकुम अहमद चौधरी बेंगलुरु से मानव तस्करी नेटवर्क का संचालन कर रहा था। असम और मेघालय दोनों बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करते हैं, जहां हजारों रोहिंग्या शरणार्थी पड़ोसी म्यांमार में जातीय संघर्ष के बाद से शरण ले रहे हैं।