इस गांव में विधवा होने पर मंगलसूत्र और चूड़ियां पहनना नहीं छोड़ेंगी महिलाएं
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के एक ने फैसला किया है
पुणे. महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के एक ने फैसला किया है कि अब महिलाएं विधवा होने पर सदियों से चली आ रही रूढ़ प्रथाओं को तोड़ देंगी. इसके तहत कोई भी महिला अब विधवा होने पर मंगलसूत्र पहनना नहीं छोड़ेंगी. इसके अलावा वे चूड़ियां भी नहीं तोड़ेंगी और सिंदूर भी लगाती रहेंगे. दरअसल, कोल्हापुर जिले के एक गांव ने समाज सुधारक राजा राजर्षि छत्रपति साहू महाराज के 100वें पुण्यतिथि के मौके पर अपने सभी निवासियों को पति की मृत्यु के बाद महिला द्वारा अपनाई जाने वाली उन प्रथाओं पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करने का आह्वान किया, जो दर्शाता है कि वह (महिला) एक विधवा है. कोल्हापुर जिले की शिरोल तहसील के हेरवाड़ गांव की ग्राम पंचायत के सरपंच सुरगोंडा पाटिल ने कहा कि महिलाओं के चूड़ियां तोड़ने, माथे से 'कुमकुम' (सिंदूर) पोंछने और विधवा के मंगलसूत्र को हटाने की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने के लिए चार मई को एक प्रस्ताव पारित किया गया.