मौसम : अगले दो दिनों तक महाराष्ट्र में पड़ेगी कड़ाके की ठंड, अगले हफ्ते बारिश की संभावना
महाराष्ट्र में अगले दो दिनों तक ठंड कायम रहेगी. फरवरी के दूसरे हफ्ते से ठंड कम होनी शुरू होगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महाराष्ट्र में अगले दो दिनों तक ठंड (Maharashtra Cold Wave) कायम रहेगी. फरवरी के दूसरे हफ्ते से ठंड कम होनी शुरू होगी.फरवरी के पहले हफ्ते में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बारिश (Unseasonal Rain) होगी. मुंबई के क्षेत्रीय मौसम विभाग (Mumbai Metrological Regional Center) के अनुमान के मुताबिक अगले 48 घंटे उत्तर महाराष्ट्र, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाडा के कई जिलों में ठंड प्रचंड रहने वाली है. खास तौर से उत्तर महाराष्ट्र के नंदूरबार, धुले, नासिक, जलगांव और औरंगाबाद, जालना, परभणी, हिंगोली और नांदेड़ में सर्दी का सितम जारी रहेगा. यह ठंड अगले दो दिनों तक तो रहेगी ही, इसके बाद भी यह फरवरी के पहले हफ्ते में बनी रहने वाली है. फरवरी के दूसरे हफ्ते में ठंड में कमी आने की शुरुआत होगी.
मुंबई की बात करें तो रविवार को मुंबई में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और निम्नतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसी तरह पुणे का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और निम्नतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मुंबई, पुणे से अधिक नागपुर में ठंड रहेगी
उत्तर महाराष्ट्र, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाडा के साथ ही विदर्भ में ठंड कायम रहने का अनुमान है. महानगरों की बात करें तो मुंबई से ज्यादा पुणे में और पुणे से ज्यादा नागपुर में ठंड बने रहने का अनुमान है. मुंबई में तो वैसे भी ठंड नहीं पड़ती है. लेकिन इस बार मुंबई में ठंड की वजह से लोगों को स्वेटर पहनना पड़ रहा है. नागपुर की बात करें तो रविवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसी तरह नागपुर का निम्नतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
फरवरी के दूसरे हफ्ते कई इलाकों में होगी बेमौसम बरसात
अगले महीने पहले हफ्ते ठंड कम होने का अनुमान नहीं है. ठंड फरवरी के दूसरे हफ्ते से कम होनी शुरू होगी. फरवरी के पहले हफ्ते में राज्य के कई इलाकों में ठंड घटने की बजाए बेमौसम बरसात होने के आसार जताए गए हैं. मुंबई के क्षेत्रीय मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है. मुंबई मौसम विभाग के मुताबिक फरवरी के दूसरे हफ्ते में राज्य के कई हिस्सों में बरसात होगी. हल्की बारिश होने का अनुमान जताया गया है. लेकिन मौसम के इस अनुमान ने महाराष्ट्र के किसानों की चिंताएं एक बार फिर बढ़ा दी हैं.