नागपुर में बेकाबू कार ने ली 3 लोगों की जान, गुस्साई भीड़ ने की जमकर तोड़फोड़
महाराष्ट्र : में तेज रफ्तार का कहर नहीं थम रहा है। पुणे पोर्श एक्सीडेंट मामले के बाद अब नागपुर में भी एक बेकाबू कार ने एक बच्चे समेत 3 लोगों को टक्कर मार दी। घटना शुक्रवार शाम को कोतवाली पुलिस की सीमा के जेंडा चौक इलाके में हुई है। घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ की।
पुलिस ने लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जिससे तीन लोग घायल हो गए। घायलों में एक महिला, तीन साल का बच्चा और एक अन्य व्यक्ति शामिल है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, पुलिस ने आरोपियों को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है और मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
तेज रफ्तार ने बच्चे समेत 3 लोगों को कुचला
नागपुर के डीसीपी गोरख भामरे ने बताया, 'कोतवाली पुलिस स्टेशन के जेंडा चौक इलाके में रात करीब 8:30 बजे एक तेज रफ़्तार कार ने एक महिला, उसके बच्चे और एक अन्य व्यक्ति को टक्कर मार दी, जिससे वे घायल हो गए। लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने मामले के सिलसिले में तीन युवकों और कार चालक को हिरासत में लिया है। कार से शराब की बोतलें और नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और मामला दर्ज किया जा रहा है।'
19 मई को एक नाबालिग ने ली 2 लोगों की जान
यह घटना हाल ही में हुई पुणे में एक लग्जरी कार हादसे के बाद हुई है, जिसमें 17 वर्षीय एक लड़के ने अपनी पोर्शे कार से पुणे में बाइक सवार दो आईटी पेशेवरों को टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। मध्य प्रदेश के अश्विनी कोष्टा और अनीश अवधिया नामक पीड़ितों की 19 मई की रात को मौत हो गई थी।
शुक्रवार को स्थानीय अदालत ने पुणे पोर्श दुर्घटना मामले में किशोर के पिता विशाल अग्रवाल सहित छह आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि पुलिस ने उनकी हिरासत बढ़ाने का अनुरोध किया था। बाद में, जांच को यरवदा पुलिस स्टेशन से क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया।
पीड़ितों के माता-पिता ने की ये मांग
मध्य प्रदेश के दो आईटी पेशेवरों के माता-पिता ने अनुरोध किया कि सुप्रीम कोर्ट जांच की निगरानी करे और मुकदमा उनके राज्य में हो। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने पुष्टि की कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि नाबालिग कार चला रहा था।