महंगी कारें चुराने वाले दो उच्च शिक्षित गिरफ्तार
कर्नाटक (Karnataka) से पुणे (Pune) आकर रेकी (Reiki) करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से महंगी कारों की चोरी करने के मामले में दत्तवाड़ी पुलिस (Dattawadi Police) ने दो उच्च शिक्षित चोरों (Highly Educated Thieves) को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ़्तारी के बाद शहर में कार चोरी के 15 मामलों को रोक पाने में पुलिस सफल हुई है
पुणे: कर्नाटक (Karnataka) से पुणे (Pune) आकर रेकी (Reiki) करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से महंगी कारों की चोरी करने के मामले में दत्तवाड़ी पुलिस (Dattawadi Police) ने दो उच्च शिक्षित चोरों (Highly Educated Thieves) को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ़्तारी के बाद शहर में कार चोरी के 15 मामलों को रोक पाने में पुलिस सफल हुई है। उसने शहर के अलग-अलग हिस्सों में 15 कारों की रेकी कर चोरी की योजना बनाई थी। चोरों ने दत्तवाडी पुलिस से एक हाई एन्ड कार चुराई थी और दूसरी कार चुराने के दौरान पकड़ लिए गए।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम अनिल कुमार (बेंगलोर, कर्नाटक) और गोपीनाथ जी (चेन्नई, तामिलनाडू) है। आरोपियों के पास से पुलिस ने एक कार समेत 20 लाख 57 हजार रुपए के सामान जब्त किया है।
दत्तवाडी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज थी
गजानन महाराज मठ के सामने स्थित एक इमारत के पार्किंग से हाई एन्ड कार चोरी हुई थी। सम्बंधित मामले में दत्तवाडी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज थी। कार ऑटोमैटिक थी और उसकी दोनों चाबियां न होते हुए भी चोरी हो गई थी। मामले की जांच शुरू थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर मामले में जांच के आदेश दिए। तदनुसार जांच टीम ने आरोपियों के बारे में जानकारी खंगालनी शुरू की।
चोरी हुई कार कर्नाटक से जब्त
घटनास्थल से सतारा और शिवापुर, आणेवाडी टोलनाका पर स्थित हजारों सीसीटीवी (CCTV) खंगाले गए। कर्मचारी पुरुषोत्तम गुन्ला और प्रमोद भोसले ने तकनीकी विश्लेषण कर आरोपियों के कार की जानकारी निकाली। जानकारी मिली कि वे फिर से पुणे आकर कार की चोरी करने वाले हैं। जिसके बाद टीम ने उनके पुणे आने के बाद जाल बिछाकर उन्हें हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उन्होंने आरोप काबुल कर लिया। गिरफ़्तारी के बाद उन्होंने बताया कि चोरी की गई हाई एन्ड कार भी उन्होंने मात्र तीन लाख रुपए में बेची थी। उस कार को पुलिस ने कर्नाटक से जब्त की है।
जांच में ये टीम थी शामिल
सहायक आयुक्त सुनिल पवार, वरिष्ठ निरीक्षक अभय महाजन, निरीक्षक (अपराध) विजय खोमणे के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक स्वप्नील लोहार, पुलिस हवलदार कुंदन शिंदे, पुरूषोत्तम गुन्ला, प्रमोद भोसले, अमित सुर्वे व उनकी टीम ने मामले में जांच को अंजाम दिया।