महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव में दूसरा उम्मीदवार उतारेगी शिवसेना, फंस सकती है संभाजीराजे की दावेदारी
महाराष्ट्र की राजनीति पिछले कुछ दिनों में काफी बदली है. अब यहां राज्यसभा चुनाव भी दिलचस्प होने जा रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महाराष्ट्र की राजनीति पिछले कुछ दिनों में काफी बदली है. अब यहां राज्यसभा चुनाव भी दिलचस्प होने जा रहा है. दरअसल, शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी राज्यसभा चुनाव में दूसरा उम्मीदवार उतारेगी. उनके इस ऐलान से संभाजीराजे छत्रपति की संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं.
शिवसेना ने किया दूसरे उम्मीदवार का ऐलान
परब ने पत्रकारों को बताया कि, 'सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के घटक दल शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के नेता जल्द ही इस मुद्दे पर एक साथ बैठेंगे और चुनाव की रणनीति तय करेंगे. 'उन्होंने कहा कि, 'एमवीए का दूसरा उम्मीदवार शिवसेना के कोटे से होगा और उस उम्मीदवार का निर्वाचन कैसे सुनिश्चित किया जाए, इस बारे में नेता रणनीति तय करेंगे, लेकिन मुझे विश्वास है कि दूसरा उम्मीदवार शिवसेना का ही चुना जाएगा.'
6 राज्यसभा सीटों का कार्यकाल 4 जुलाई को होगा खत्म
बता दें कि महाराष्ट्र से 6 राज्यसभा सदस्यों पीयूष गोयल, विनय सहस्त्रबुद्धे और विकास महात्मे (तीनों बीजेपी से), पी चिदंबरम (कांग्रेस), प्रफुल्ल पटेल (राकांपा) और संजय राउत (शिवसेना) का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त हो रहा है. चारों दलों ने अब तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
संभाजीराजे कर रहे निर्दलीय उतरने की तैयारी
वहीं, कोल्हापुर शाही परिवार के सदस्य और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज संभाजीराजे ने हाल में घोषणा की थी कि वह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा का अगला चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने सभी दलों से समर्थन करने की भी अपील की थी. बता दें कि संभाजीराजे पहले भाजपा से जुड़े थे. वह चुनाव से पहले संसद के उच्च सदन के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य थे.
एनसीपी कह चुकी है संभाजीराजे को समर्थन की बात
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने संकेत दिया है कि उनकी पार्टी संभाजीराजे की उम्मीदवारी का समर्थन कर सकती है, लेकिन अगर उन्हें एमवीए के अन्य दो घटकों के वोट नहीं मिलते हैं, तो उनका जीतना मुश्किल हो सकता है. राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी और चुनाव की पूरी प्रक्रिया 13 जून को समाप्त हो जाएगी.