मुश्किल में मंत्री नवाब मलिक, 2 केस दर्ज, गवर्नर से मिला NCB अफसर वानखेड़े का परिवार
मुंबई: नवाब मलिक (Nawab malik) और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (NCB Zonal Director Sameer Wankhede) को लेकर हलचल जारी है. ऐसे में नवाब मलिक आज मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के खिलाफ उतर आए और बोले बुधवार को हाइड्रोजन बम फोड़ेंगे. वहीं वानखेड़े परिवार की ओर से औरंगाबाद में शिकायत दर्ज करवाई गई. इसके अलावा समीर वानखेड़े की साली ने नबाव मलिक के खिलाफ गोरेगांव थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है.
इसी बीच मंगलवार को समीर वानखेड़े के पिता पिता ध्यानदेव काचरुजी वानखेड़े (Dhyandev Kachruji Wankhede) और समीर वानखेड़े की पत्नी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. समीर वानखेड़े के पिता ने इस मुलाकात के बाद कहा, 'मैनें और मेरी पुत्रवधू ने राज्यपाल से मुलाकात की, हमनें उन्हें ज्ञापन सौंपा है. गवर्नर ने हमसे कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा.'
समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े (Kranti Redkar Wankhede) ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमनें उन्हें सब कुछ बता दिया है, हमनें उन्हें कोई शिकायत नहीं दी है. लेकिन ये सच की लड़ाई है और इसे हम लड़ रहे हैं, हमें बस इसे लड़ने के लिए ताकत चाहिए. नवाब मलिक लगातार समीर वानखेड़े के परिवार को निशाना बना रहे हैं, इससे पहले वानखेड़े परिवार ने उनके खिलाफ 1.25 करोड़ का मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है.
वहीं समीर वानखेड़े की साली ने भी एनसीपी के नेता नवाब मलिक के खिलाफ लीगल एक्शन लिया है. दरअसल, नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े की साली के खिलाफ भी ट्वीट किया था, इसके बाद उनके खिलाफ पुणे में केस दर्ज किया गया था. वहीं अब वानखेड़े के रिश्तेदारों ने औरंगाबाद में भी नवाब मलिक के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत के शिकायत दी है.
इससे पहले दो शिकायत समीर वानखेड़े के पिता ने एससी-एसटी एक्ट के तहत दी थी, इनमें एक शिकायत वाशिम और दूसरी ओशिवारा के एसीपी को नवाब मलिक के खिलाफ दी गई थी.
एक और मामले में समीर वानखेड़े की साली ने नबाव मलिक के खिलाफ गोरेगांव थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. इनमें नवाब मलिक के अलावा निशांत वर्मा के खिलाफ आईपीसी की 354, 354 D, 503 और 506 के तहत केस दर्ज हुआ है. नवाब मलिक और निशांत वर्मा ने समीर वानखेड़े की साली के खिलाफ ट्वीट किया था. जिसके बाद ये केस दर्ज किया गया.
सनातन संस्था पर नवाब मलिक की तरफ से लगाए गए आरोप के बाद अब संस्था ने भी जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मुंबई ड्रग प्रकरण में अत्यधिक हीन स्तर की राजनीति हो रही है. उसमें नवाब मलिक ने स्वयं पर किए गए आरोपों के खुलासे के लिए सत्य न जानते हुए सनातन संस्था के नाम का अनुचित उपयोग किया है. दाऊद की कोई भी संपत्ति सनातन संस्था ने नहीं खरीदी है. वास्तव में रत्नागिरी के समाचारपत्रों में प्रकाशित समाचारों के अनुसार वह संपत्ति दिल्ली के एडवोकेट अजय श्रीवास्तव ने खरीदी है.
संस्था ने कहा कि श्रीवास्तव ने उस स्थान पर छोटे बच्चों पर संस्कार करने के लिए 'सनातन धर्म पाठशाला' नाम का गुरुकुल आरंभ करने की घोषणा की है. इसके अलावा सनातन संस्था और एडवोकेट अजय श्रीवास्तव का कोई भी संबंध नहीं है. इसलिए पर्याप्त जानकारी न रखते हुए सनातन संस्था के संदर्भ में इस प्रकार के झूठे आरोप कर नवाब मलिक स्वयं का मजाक न बनाएं.