मराठा आंदोलन : महाराष्ट्र सरकार ने बातचीत के लिए खोले दरवाजे, किसानों ने जताया समर्थन
जालना (आईएएनएस)। पिछले तीन दिनों से राज्य में मराठा अशांति के व्यापक प्रभाव से परेशान महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को आंदोलनकारी समूहों के साथ बातचीत के लिए दरवाजे खोल दिए हैं, क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया है।
मराठों के लिए शिक्षा और नौकरी में कोटा सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सार्वजनिक आश्वासन के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे मराठा क्रांति मोर्चा के नेता मनोज जारंगे को फोन किया और कहा कि सरकार प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज का समर्थन नहीं करती है।
शुक्रवार शाम को जालना में हिंसा भड़क उठी थी, इसके बाद भाजपा मंत्री गिरीश महाजन और विधायक नितेश एन. राणे अंतरावली-सरती गांव में प्रदर्शनकारियों से मिलने उनके टैंट में पहुंचे। इसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अलग हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार को हिंसा की पूरी जांच के आदेश देने पड़े।
समझा जाता है कि राज्य सरकार की ओर से महाजन ने मराठों के साथ बातचीत का प्रस्ताव पेश किया है, बशर्ते मराठा पहले भूख हड़ताल खत्म कर दें। हालांकि, जारांगे की प्रतिक्रिया स्पष्ट नहीं थी, लेकिन एक मराठा नेता ने कहा कि वे अंतिम निर्णय लेने से पहले सभी समूहों के बीच परामर्श करेंगे।
महाराष्ट्र संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. अशोक धवले ने मंगलवार को मुंबई में संगठन के सम्मेलन से पहले प्रदर्शनकारी मराठों पर पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है, जिनमें से 90 प्रतिशत किसान हैं और उनकी मांगों का समर्थन किया है।
शनिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना-यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के अशोक चव्हाण जालना गए थे। यहां पर उन्होंने प्रदर्शनकारियों और पुलिस कार्रवाई में घायल हुए लोगों से मुलाकात की थी।
अब सोमवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे जालना जाएंगे और मराठों से मुलाकात कर उनके प्रति एकजुटता व्यक्त करेंगे। जालना में प्रदर्शनकारियों पर हवाई फायरिंग, लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले छोड़ने के बाद राज्य में मराठा समुदाय गुस्से में है। इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों समेत पांच दर्जन से ज्यादा लोग हताहत हुए हैं।
इस बीच, जालना पुलिस ने रविवार को तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पूरे जिले में 17 सितंबर तक धारा 144 लागू कर दी है।