जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महाराष्ट्र में मानसून के आगमन (Monsoon in maharashtra) के बाद इसकी रफ्तार कम हो गई थी. लेकिन आज (19 जून, रविवार) आधी रात से ही बरसात ने जोरदार बैटिंग (Maharashtra rain) शुरू कर दी है. विदर्भ के अमरावती में बादल फटने जैसे हालात पैदा हुए तो मुंबई, कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी मूसलाधार बरसात (Rain in mumbai) शुरू हुई. कल भी अमरावती (Amravati) जिले के करजगांव, बहीराम जैसे इलाकों में तेज हवाओं के साथ हुई जबर्दस्त बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया. ग्रामीण इलाकों में तो ऐसा लगा मानो बादल फटा हो. चांदुर बाजार तालुका के करजगांव में लगातार तीन घंटे इतनी मूसलाधार बरसात हुई कि गांव के एक चौक में खड़ी बाइक बह गई.
सुबह ग्यारह बजे से जिले के तिवसा, चांदुर रेलवे, चांदुर बाजार, अचल पुर, परतवाड़ा, अंजनगांव, धारणी और चिखलदरा में जमकर हुई बरसात में कहीं रखी हुई फसलें भींग गई तो कहीं लोगों के सामान बह गए. अमरावती कृषि मंडी के दालान में रखी धान से भरी 2000 से 2200 बोरियां भींग गई. कुछ अरहर दाल से भरी बोरियां भी पूरी तरह से गीली हो गईं .
मुंबई में छाए घने बादल और हो रही बरसात, लग रहा जैसे हुई अंधेरी रात
मुंबई में भी आज आधी रात से ही कांदिवली, बोरिवली, मालाड, दहिसर, अंधेरी और बांद्रा में मूसलाधार बरसात शुरू है. लेकिन अब तक सड़कों में पानी भरने जैसी समस्याएं सामने नहीं आई हैं. कई इलाकों में इतने घने बादल छाए हुए हैं कि लग रहा जैसे दिन में ही शाम हो गई है.
4 दिनों के लिए IMD ने किया सतर्क, कहीं येलो अलर्ट तो कहीं ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने आज से मुंबई और इसके आसपास, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में बरसात का जोर बढ़ने का अनुमान जताया है. अगले चार दिनों के लिए मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे समेत महाराष्ट्र के 15 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है और कोंकण के सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है.
75 से 100 मिमी हो जाए बरसात, तभी बुआई की करें शुरुआत
महाराष्ट्र में मानसून के आगमन के बाद ही किसानों ने बुआई शुरू कर दी थी. लेकिन इसके बाद मानसून की रफ्तार ठहर गई थी. ऐसे में किसानों में इस बात को लेकर भ्रम है कि आखिर बुआई की शुरुआत कब की जाए? इस पर कृषि विशेषज्ञों का मत है कि 75 से 100 मिमी बरसात होने के बाद ही बुआई की शुरुआत करनी चाहिए.
आधा जून खत्म हो जाने के बाद भी जब बरसात सही तरह से नहीं हो रही थी तो किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई देने लगी थीं. लेकिन आज आधी रात से हुई जोरदार बरसात और शनिवार को अमरावती जिले में हुई तेज बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशियां बिखेर दी हैं