स्वास्थ्य मंत्री का आरोप, बोले- 'डेल्टा और Omicron संक्रमितों के इलाज के लिए केंद्र की गाइडलाइंस साफ नहीं'

देश में खतरनाक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है।

Update: 2022-01-15 09:04 GMT

देश में खतरनाक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने आरोप लगाया है कि संक्रमितों के इलाज के लिए केंद्र सरकार की तरफ से साफ-साफ गाइडलाइंस नहीं मिले हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि खासकर Molnupiravir दवा के इस्तेमाल को लेकर कन्फ्यूजन है। बता दें कि मोलनुपिरवीर एक एंटीवायरल दवा है और इसे मुंह से (ओरल) लिया जाता है।

साफ गाइडलाइंस की कमी
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से गाइडलाइंस की कमी की वजह से ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट से संक्रमितों के इलाज में कन्फ्यूजन हो रहा है। राजेश टोपे ने कहा, 'ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट की टेस्टिंग और इलाज में कन्फ्यूजन हो रहा है। जब एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर का इस्तेमाल हो रहा है तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से साफ-साफ गाइडलाइन नहीं है।'

डेटा जुटाने में समस्या
टोपे ने कहा कि होम टेस्टिंग किट्स से संक्रमण का पता चलने वाले केसों के बारे में जानकारी रखने में दिक्कतें आ रही हैं। इसकी वजह से साइट पर डेटा अपलोड करने में समस्याएं आ रही हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई में करीब 5 लाख सेल्फ टेस्ट किट बिके हैं। इनके जरिए कई केस डिटेक्ट भी हुए हैं लेकिन इनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। ऐसे केस स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मॉनिटर किया जाना चाहिए लेकिन यह नहीं होता है।
कोवैक्सीन की पर्याप्त खुराक मौजूद है- केंद्र सरकार
इधर महाराष्ट्र में कोविड​​-19 टीके की कमी संबंधी खबरों का खंडन करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्य में कोवैक्सीन की 24 लाख से अधिक अप्रयुक्त खुराक थी और शुक्रवार को अतिरिक्त 6.35 लाख खुराक प्राप्त हुई। खबरों के मुताबिक, राज्य सरकार टीके की उपलब्धता में कमी के कारण टीकाकरण की गति नहीं बढ़ा पा रही है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''को-विन पर उपलब्ध उनके साप्ताहिक खपत के आंकड़ों के अनुसार, 15-17 वर्ष के आयु वर्ग के पात्र लाभार्थियों के लिए और एहतियाती खुराक देने के वास्ते महाराष्ट्र द्वारा कोवैक्सीन की औसत खपत प्रतिदिन लगभग 2.94 लाख खुराक है। इसलिए, राज्य के पास पात्र लाभार्थियों को कोवैक्सीन की खुराक देने के लिए लगभग 10 दिनों के वास्ते पर्याप्त खुराक है।
''कोविशील्ड को लेकर दी यह जानकारी
बयान में कहा गया है, ''इसके अलावा, कोविशील्ड के लिए, राज्य में अब तक 1.24 करोड़ अप्रयुक्त और शेष खुराक उपलब्ध हैं। प्रतिदिन 3.57 लाख की औसत खपत के साथ 30 दिनों से अधिक समय तक लाभार्थियों को टीके की खुराक दी जा सकेगी।'' मंत्रालय ने कहा कि इसलिए, मीडिया में आई खबरें तथ्यात्मक रूप से सही नहीं हैं और महाराष्ट्र के पास शेष खुराक और अप्रयुक्त खुराक के उपलब्ध भंडार की सही तस्वीर को नहीं दर्शाती हैं।


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