मुंबई : एमआईडीसी पुलिस ने गहने बेचकर उससे मिलनेवाला फायदा मालिक को न देने को लेकर एफआईआर (FIR) दर्ज करवाया है। जिसमें कहा गया है कि शिकायतकर्ता की एक ब्रांच हैदराबाद में हैं जहां कार्यरत कर्मचारी ने लगभग 1 करोड़ 20 लाख के गहने बेच दिए। लेकिन उससे मिलनेवाला फायदा शिकायतकर्ता। को नहीं दिया। गहनों की निर्मिति मुंबई में होती थी और उसे हैदराबाद में बेचा जाता था।
शिकायतकर्ता पंकज जैन (Pankaj Jain) ने पुलिस को बताया कि आरोपी सोनी सखारिया पीटी 950 वर्ल्ड ऑफ प्लैटिनम में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव के रूप में काम करता है। जैन इस कंपनी को अगस्त 2020 से अपनी पत्नी पूजा के साथ चलाता है। पुलिस के अनुसार, चेन्नई में कंपनी की ओर से काम करने वाले दंपति के एक परिचित ने 1.22 करोड़ रुपये के आभूषणों को बेच दिया और इससे मिलनेवाला लाभ भी अपने पास रख ही रख लिया था। थाने में दी गई शिकायत में जैन ने पुलिस को बताया है कि आरोपी और उसकी पहचान 2012 से है। जैन ने पहले भी आरोपी के साथ इस तरीके का व्यवसाय किया था। जिंसके बाद जैन ने तमिलनाडु में आरोपी को वितरक के तौर पर नियुक्त किया और एक ब्रांच खोला जहां अंधेरी में बनाया हुआ गहना भेजा जाता था। आरोपी के लिए रहने की व्यवस्था भी वहां की गई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जून 2022 जी न आरोपी को 1.22 करोड़ के हीरे को खुदरा व्यापारियों को बेचने के लिए हीरा, सोना और चांदी का गहना दिया। जिसे तीस दिनों में बेचकर कंपनी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने थे और बचा हुआ गहना कंपनी को वापस देना था। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद आरोपी ने न तो पैसा उन्हें दिया, न ही गहने वापस किये। जब जैन ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, तब आरोपी ने उनका फोन नहीं उठाया। इसके बाद कंपनी ने कुछ खुदरा विक्रेताओं से संपर्क किया, जिनसे सखारिया ने उन्हें संपर्क कराया था। उन खुदरा विक्रेताओं ने कंपनी को बताया कि वे पहले ही सखारिया से आभूषण खरीद चुके हैं। इससे शिकायतकर्ता को एहसास हुआ कि उनके मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव (marketing executive) ने बिक्री का सारा पैसा अपनी जेब में ले लिया है और फिर कंपनी के लिए वह गायब हो गया है। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस थाने में की।