नौकरी दिलाने के नाम पर पिता-पुत्र ने छात्र के साथ की धोखाधड़ी, जानें पूरा मामला

Update: 2023-07-22 18:51 GMT
नागपुर. नौकरी दिलाने के नाम पर पिता-पुत्र ने एक छात्र के साथ धोखाधड़ी की. दस्तावेज सहित 12.80 लाख रुपये लिए लेकिन पीड़ित युवक को नौकरी नहीं मिली. उसने राणाप्रतापनगर पुलिस से शिकायत की. आरोपियों में गोपालनगर निवासी आशीष मोरेश्वर राजनकर (31) और मोरेश्वर राजनकर (55) बताया गया.
पुलिस ने स्वागत कॉलोनी, वर्धा निवासी मृणाल नंदू राजुरकर (25) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. मृणाल एमबीए की पढ़ाई करने के लिए नागपुर आया था और प्रतापनगर परिसर में किराए के रूम पर रहता था. उसे नौकरी की तलाश थी. अक्टूबर 2019 में मृणाल को उसके दोस्त मयूर मांगे और साहिल पठान ने राजनकर ड्राइविंग स्कूल के संचालक आशीष राजनकर की जानकारी दी. उसे बताया कि आशीष की सरकारी दफ्तरों में काफी पहचान है और वह लोगों को नौकरी भी दिलाता है.
मृणाल ने उससे मुलाकात की. आशीष ने बताया कि उसके पिता मोरेश्वर आयकर विभाग में क्लास वन ऑफिसर है और उनकी पोस्टिंग नासिक में है. उनकी पहचान से नौकरी मिल सकती है. उसने नौकरी से जुड़े कुछ विज्ञापन और दस्तावेज भी दिखाए. अक्टूबर 2019 से मई 2022 के बीच आशीष और उसके पिता मोरेश्वर ने मृणाल को एफसीआई गोदाम में ट्रेनिंग मैनेजर पद पर नौकरी दिलाने के लिए समय-समय पर 12.80 लाख रुपये लिए. उसे मेडिकल जांच के लिए दिल्ली भी ले जाया गया.
मृणाल से दस्तावेज और 5 कोरे चेक भी लिए गए. लंबा समय बीत गया लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली. आरोपियों ने पहले तो टालमटोल की और बाद में उसके फोन उठाने बंद कर दिए. परेशान होकर मृणाल ने पुलिस से शिकायत की. प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने पिता-पुत्र के खिलाफ विविध धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
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