भिवंडी: भिवंडी एसटी स्टैंड (Bhiwandi ST Stand) पर जानलेवा गड्ढों (Potholes) से समूचा परिसर भर गया है। देखने में ऐसा लगता है कि बस स्टैंड (ST Stand) बसों के लिए न होकर गड्ढों के लिए ही बनाया गया हैं। एसटी महामंडल द्वारा गड्ढों की मरम्मत (Potholes Repair) नहीं किए जाने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है. क्षेत्रीय बस स्टैंड प्रवन्धक से की जा रही बार-बार शिकायत (Complaints) के बाद भी गड्ढों की मरम्मत नहीं की जा रही हैं, जिससे यात्रियों में भारी आक्रोश फ़ैल रहा है। गौरतलब है कि बरसात से पूर्व ही भिवंडी बस स्टैंड परिसर में जानलेवा गड्ढों की भरमार थी जो बारिश में गड्ढों की तादाद बढ़ने से और खतरनाक हो गयी है। एसटी स्टैंड परिसर गड्ढों से भरा पड़ा है जिससे गुजरकर ही बसों पर चढ़ना और उतरना प्रतिदिन हजारों यात्रियों की भारी मजबूरी बन चुकी है। गड्ढों में गिरकर पैर की हड्डी टूट गई यात्री चढ़ते उतरते वक्त गड्ढों में गिरकर हाथ पांव-तोड़ कर उपचार के लिए मजबूर हैं। 2 दिन पूर्व ही राम सुमेरपाल नामक मोखाडा जा रहे यात्री की बस में चढ़ते समय गड्ढों में गिरकर पैर की हड्डी टूट गई। भिवंडी पावरलूम नगरी होने की वजह से प्रतिदिन हजारों यात्री व्यापार के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों जैसे कल्याण, ठाणे, नवी मुंबई, नासिक, मुम्बई, वाड़ा आदि दूरदराज क्षेत्रों को जाते और आते हैं।
यात्रियों ने जताई नाराजगी
कई यात्रियों ने बस स्टैंड प्रमुख की कार्यप्रणाली पर भारी नाराजगी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताया कि एसटी महामंडल को प्रतिमाह भिवंडी से करोड़ों रुपए की आय होती है, बावजूद महामंडल बस स्टैंड के रखरखाव और सुरक्षा पर खर्च करने पर आनाकानी कर रहा है। एसटी स्टैंड परिसर में हुए गड्ढों की मरम्मत करने के लिए महामंडल के अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। एसटी महामंडल अधिकारी कभी-कभार नाममात्र ही गड्ढों की मरम्मत करा देते हैं, जो घटिया सामाग्री होने के कारण कुछ ही दिनों में ही गड्ढे फिर जस के तस हो जाते हैं।
Source : Hamara Mahanagar