महाराष्ट्र | महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले दिनों में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। एनसीप में फूट के बाद अब एकनाथ शिंदे सरकार के पास विधायकों का समर्थन 200 के पार पहुंच गया है। शनिवार की रात एकनाथ शिंदे का नवी मुंबई में जबरदस्त स्वागत किया गया। लोगों ने उनके काफिले पर पुष्प वर्षा की।इस बीच कांग्रेस के नेता बाला साहेब थोराट ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। लेकिन बाला साहेब थोराट की मांग पर एकनाथ शिंदे ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब हमारे पास 200 से अधिक विधायकों का समर्थन है, ऐसे में राष्ट्रपति शासन की मां हास्यास्पद है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब हमारे पास पूर्ण बहुमत है, हमारे पास 210 विधायकों का समर्थन है, ऐसे में इस तरह की मांग करना हास्यास्पद है। शिंदे ने कहा कि इतने बड़े नेता द्वारा इस तरह की मांग करना हास्यास्पद है।
रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा में मुख्य विपक्ष का दावा करेगी। उन्होंने कहा कि हमारे पास 45 विधायक हैं, लिहाजा कांग्रेस के उम्मीदवार को विपक्ष का नेता नियुक्त करना चाहिए। हालांकि उम्मीदवार के नाम को लेकर थोराट ने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व इसपर एक दो दिन में फैसला लेगा।गौर करने वाली बात है कि विधानसभा प्रतिपक्ष के नेता की दौड़ में कांग्रेस की ओर से थोराट और अशोक चव्हाण आगे चल रहे हैं। फिलहाल कांग्रेस के पास 45 विधायक हैं, शरद पवार गुट की एनसीपी के पास 16 विधायक हैं, जबकि उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना के पास 15 विधायक हैं। फूट से पहले एनसीपी के पास 55 तो शिवसेना के पास 53 विधायक थे।