Mumbai मुंबई : सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई में सौ से अधिक ओपन-एंडेड इक्विटी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड Diversified Mutual Funds (सेक्टोरल/थीमैटिक फंड को छोड़कर) ने अपने संबंधित बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया है। प्रभुदास लीलाधर की वेल्थ मैनेजमेंट शाखा पीएल वेल्थ मैनेजमेंट के अनुसार, कुल 283 ओपन-एंडेड इक्विटी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में से 109 ने बेहतर प्रदर्शन किया है, इन इक्विटी म्यूचुअल फंड (सेक्टोरल/थीमैटिक फंड को छोड़कर) का एयूएम (प्रबंधन के तहत संपत्ति) जून 2024 में 23,84,727.69 करोड़ रुपये से जुलाई 2024 में क्रमिक रूप से 5.37 प्रतिशत बढ़कर 25,12,845.59 करोड़ रुपये हो गया है। वैल्यू कॉन्ट्रा डिविडेंड यील्ड फंड सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली श्रेणी थी, जहां 78 प्रतिशत योजनाओं ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया। इसके बाद लार्ज-कैप फंड और मल्टी-कैप फंड की स्कीमें रहीं, जिन्होंने जुलाई 2024 में अपने-अपने बेंचमार्क से क्रमशः 58 प्रतिशत और 40 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया।
लार्ज और मिड-कैप फंड सबसे कम प्रदर्शन करने वाली फंड श्रेणी थीं, जिनमें से केवल 24 प्रतिशत फंड बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन कर पाए। स्मॉलकैप श्रेणी के फंडों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। 28 छोटी म्यूचुअल फंड स्कीमों में से किसी ने भी अपने बेंचमार्क निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स से अधिक रिटर्न नहीं दिया है। फ्लेक्सीकैप फंड श्रेणी में 39 में से 13 स्कीम (33 प्रतिशत) ने अपने बेंचमार्क निफ्टी 500 से अधिक रिटर्न दिया है। मिडकैप फंड श्रेणी में 29 में से 11 स्कीम (38 प्रतिशत) ने अपने बेंचमार्क निफ्टी मिडकैप 150 से अधिक रिटर्न दिया है। फोकस्ड फंड श्रेणी में 28 में से 10 फंड (36 प्रतिशत) ने अपने बेंचमार्क निफ्टी 500 से अधिक रिटर्न दिया है। कुल म्यूचुअल फंड उद्योग (सेक्टोरल और थीमैटिक फंड सहित) का संयुक्त एयूएम जुलाई में 64.69 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि जून में यह 60.89 लाख करोड़ रुपये था। भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग में जुलाई में अब तक का सबसे अधिक 23,332 करोड़ रुपये का एसआईपी प्रवाह देखा गया, जबकि जून में यह 21,262 करोड़ रुपये था।