महाराष्‍ट्र में सामने आए कोरोना के 1,081 नए मामले, मुंबई में टूटा चार महीने का रिकार्ड

देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है। हालांकि कुछ राज्‍यों में मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी भी देखी जा रही है।

Update: 2022-06-02 02:01 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है। हालांकि कुछ राज्‍यों में मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी भी देखी जा रही है। महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 1,081 नए मामले सामने आए। बीते 24 फरवरी के बाद से महाराष्‍ट्र में एक दिन में सामने आए ये सर्वाधिक मामले हैं। वहीं महानगर मुंबई में लगभग चार महीने बाद सबसे ज्‍यादा 739 मामले सामने आए हैं। दूसरी ओर राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में बीते 24 घंटों में कोरोना के 368 नए मामले सामने आए। कोविड-19 संक्रमण (Coronavirus Cases in India) को लेकर देश में क्‍या है सूरते हाल पढ़ें यह रिपोर्ट...

महाराष्‍ट्र और मुंबई ने फ‍िर डराया, दिल्‍ली में 368 केस
राजधानी दिल्‍ली में बुधवार को कोरोना के 368 केस मिले। मौजूदा वक्‍त में दिल्‍ली में सक्रिय मामले 1,567 है और संक्रमण दर 1.74 फीसद है। वहीं महाराष्‍ट्र में एक दिन में संक्रमण के 1,081 नए केस सामने आए जो 24 फरवरी के बाद एक दिन में सर्वाधिक केस है। वहीं मुंबई में बीते चार महीने के बाद सबसे ज्‍यादा संक्रमण के 739 नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र में फिलहाल 4,032 एक्टिव केस हैं। 24 फरवरी को कोरोना संक्रमण के 1,124 मामले दर्ज किए गए थे।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री के बिगड़े बोल
इस बीच तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने राज्य में कोरोना के मामले बढ़ने के लिए अन्य राज्यों खास तौर पर उत्तर भारत से आने वाले छात्रों को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि स्थिति अभी खतरनाक स्‍तर पर नहीं है। उन्होंने बताया कि लगभग 91 फीसद छात्रों में Omicron BA.2 वैरिएं की पुष्टि हुई है। फ‍िलहाल स्थिति नियंत्रण में है क्योंकि जरूरी एहतियाती उपाय किए गए हैं। इस बयान को लेकर उन्‍हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया है। यूजर्स ने इस बयान के लिए मंत्री की कड़ी आलोचना की है।
24 घंटे में 2,745 नए मामले मिले
बुधवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में 2,745 नए मामले मिले हैं और छह लोगों की मौत हुई है। इस दौरान सक्रिय मामलों में 503 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और इनकी संख्या बढ़कर 18,386 हो गई है। पिछले कुछ दिनों से रोजाना दो से तीन हजार के बीच नए मामले मिल रहे हैं। दैनिक संक्रमण दर 0.60 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.63 प्रतिशत दर्ज की गई है। यही नहीं देश में मरीजों के उबरने की दर 98.74 प्रतिशत और मृत्युदर 1.22 प्रतिशत पर बरकरार है।
...ताकि कोरोना के खिलाफ सबको मिले सुरक्षा कवच
कोरोना महामारी दोबारा लौट के न आए, इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने टीकाकरण को गति देने के लिए बुधवार से विशेष अभियान शुरू किया। 'हर घर दस्तक 2.0' अभियान के दूसरे चरण में वृद्ध आश्रमों, स्कूलों, कालेजों और जेलों में टीकाकरण पर खास ध्यान दिया जाएगा। पिछले साल नवंबर में शुरू किए गए विशेष टीकाकरण अभियान के पहले चरण के अनुभवों को एक जून से 31 जुलाई के बीच चलने वाले दूसरे चरण में लागू किया जा रहा है।
केंद्र ने राज्‍यों को दी सलाह
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इसे मिशन मोड में लेने की सलाह दी गई है। साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ सभी पात्र लोगों को टीके का सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए सघन अभियान चलाने को कहा गया है। 'हर घर दस्तक 2.0' अभियान का मुख्य मकसद घर-घर जाकर सभी पात्र लोगों को पहली, दूसरी और सतर्कता डोज लगाना है।
सतर्कता डोज लगाने पर विशेष जोर
इसमें 12-14 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण को गति देने और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वृद्ध आश्रमों, स्कूलों, कालेजों, जेलों, ईंट भट्टों जैसी जगहों पर खासतौर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कोशिश यह भी है कि 12-18 वर्ष आयुवर्ग का कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहने पाए, भले ही वह स्कूल जाता हो या नहीं।
सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने की सलाह
राज्यों को निगरानी बढ़ाने की सलाह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है। टीकाकरण के लिए जिला, ब्लाक और ग्राम स्तर पर योजना बनाने को कहा है। निजी अस्पतालों में 18-59 वर्ष के लोगों को लगाई जा रही सतर्कता डोज की स्थिति की भी समीक्षा करते रहने को कहा है। 15 साल से अधिक उम्र के 96.3 प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगीमंत्रालय के मुताबिक देशभर में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 193.57 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं।
मिशन इंद्रधनुष से ली प्रेरणा
15 साल से अधिक उम्र के 96.3 प्रतिशत लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि इस आयुवर्ग के 86.3 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। मिशन इंद्रधनुष से प्रेरित है यह विशेष अभियान कोरोना वायरस के खिलाफ विशेष अभियान चलाने की प्रेरणा मिशन इंद्रधनुष से मिली है, जिसमें नवजात बच्चों व माताओं को विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए जाते हैं। इसके साथ ही प्रचार प्रसार भी किया जाता है, साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए घर-घर अभियान चलाया जाता है।
सरकार के कदम की दुनियाभर में सराहना
भारत के टीकाकरण अभियान की विश्वभर में सराहना कोरोना महामारी के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ से लेकर दुनियाभर में सराहना हुई है। इतनी बड़ी आबादी को कम समय में वैक्सीन सुरक्षा प्रदान करने के लिए देश के नेतृत्व की तारीफ की गई है। भारत ने संकट की इस घड़ी में न सिर्फ अपने लोगों को वैक्सीन की सुरक्षा प्रदान की, बल्कि दूसरे देशों को भी बड़े स्तर पर टीके मुहैया कराए।
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