इंदौर में बनेगा वर्ल्ड क्लास मेडिकल कॉलेज, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में है फोकस
इंदौर न्यूज़: प्रवासी भारतीय सम्मेलन में निवेश का श्रीगणेश हो गया है. यह निवेश शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में होगा. भारत के साथ सिंगापुर और यूएई ने इसके लिए हाथ बढ़ाए हैं. सिंगापुर से आए प्रवासियों के एक दल ने इंदौर के शासकीय अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के साथ एमओयू साइन किया है. इसके तहत इंदौर अब सिंगापुर से नॉलेज शेयर करेगा. वहीं मेडिकल के क्षेत्र में निवेश की बड़ी संभावनाओं को देखते हुए वर्ल्ड क्लास मेडिकल कॉलेज खोलने पर मंथन हुआ. यूएई (यूनाइटेड अरब अमीरात) के प्रतिनिधिमंडल ने इसके लिए 25 एकड़ जमीन, 75 प्रतिशत लोन के लिए सरकार को प्रस्ताव दिया है. करार होते ही काम शुरू करेंगे. प्रतिनिधिमंडल के लोग यूएई में इंडियन पीपुल्स ऑफ फोरम (आइपीएफ) के पदाधिकारी हैं. इसके वहां 1000 सदस्य हैं. इसके प्रतिनिधियों ने भारत में डॉक्टर-मेडिकल स्टाफ बढ़ाने पर जोर दिया. प्रतिनिधियों ने हेरिटेज वॉक की, इंदौरी खानपान का आनंद लिया और राजबाड़ा से खरीदारी भी की. आइपीएफ के कोषाध्यक्ष विजयन नेईर ने बताया, मप्र से हर साल कई विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं. हम विदेशों की तर्ज पर मेडिकल शिक्षा व संसाधन इंदौर में उपलब्ध करवाएंगे.
सिंगापुर की संस्था ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन फॉर पीपुल ऑफ इंडियन ओरिजन के डेलीगेशन में शामिल हरिकृष्ण मुथूस्वामी, राजेश कुमार राज, आनंद मित्र, सुखदेव ने लोकमान्य नगर में अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज का दौरा किया. अस्पताल, फार्मेसी, हर्बल गार्डन, योगा सेंटर, पंचकर्म सेंटर की जानकारी ली. प्राचार्य डॉ. अजीत पाल सिंह चौहान ने बताया कि दोनों देशों में आयुर्वेद में हो रहे कार्यों की जानकारी साझा होगी. प्रो. अखिलेश ने बताया कि सिंगापुर के प्रवासियों को पंचकर्म का ऑनलाइन प्रशिक्षण देंगे. वहां के मरीजों का नि:शुल्क उपचार करेंगे.