हम ट्रैफिक से परेशान, पुलिस वसूली में मस्त

Update: 2023-05-27 06:59 GMT

इंदौर न्यूज़: बापट चौराहे पर कार सवार राजेश त्रिवेदी को सूबेदार ने वाहन नंबर के आधार पर बताया कि 2017-2018 के चार ई-चालान बाकी हैं. ई-चालान का भुगतान किए बगैर जाने नहीं देंगे. कार सवार ने कहा, 2021-22 में मेरे चालान बने थे, जिसका भुगतान कर दिया है. तब किसी ने पुराने चालान नहीं बताए पर सूबेदार मनमानी पर उतर आए. धमकाया कि चालान तो जमा करना पड़ेंगे, नहीं तो गाड़ी जब्त. कार सवार से नकद राशि लेने के बाद ही जाने दिया. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद में पुलिस सिर्फ चालान वसूल रही है. फुटपाथ के कब्जे हटाने, पार्किंग की व्यवस्था बनाने पर ध्यान ही नहीं है. चौराहों पर ट्रैफिक संभालने के बजाए पुलिस सिर्फ चालानी कार्रवाई कर रही है. वाहन चालक को पता नहीं होता, लेकिन 2015 से 2018 के पेंडिंग ई-चालान जमा करने का दबाव डाला जा रहा है. हाल के दिनों में ई-चालान का मैसेज वाहन मालिक तक पहुंच जाता है, लेकिन सालों पुराने ई-चालान की उन्हें जानकारी नहीं है और पुलिस सख्ती कर रही है.

डॉ. सीपी अंजना मिश्रा, समाजसेवी

ट्रैफिक सुधार के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को फुटपाथ से कब्जे हटाने व पार्किंग की व्यवस्था करनी होगी. सड़क पर किसी भी आयोजन की अनुमति न दी जाए. ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्ती भी की जाए. ई-चालान की जानकारी ऑनलाइन मिले. ट्रैफिक व्यवस्था बनाने जनप्रतिनिधियों, अफसरों और नागरिकों को आगे आना होगा.

फाइल फोटो

15 लाख

हैं पेंडिंग ई-चालान

ई चालान भुगतान

प्रतिशत

(जनवरी से मार्च)

Tags:    

Similar News

-->