पार्टी के पास 6 पार्षद, एक दावेदार का नाम आया सामने
सारंगपुर में रायशुमारी करने के लिए सोमवार देर शाम को रतलाम के पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा बतौर पर्यवेक्षक के रूप में पहुंचे थे। उन्होंने यहां पर पार्टी के नेताओं से बात की। हालांकि यहां पार्टी के सभी 6 पार्षद धार्मिक यात्रा पर बाहर गए हुए हैं। सिर्फ एक ही पार्षद पंकज पालीवाल मौके पर थे। हालांकि यहां पार्टी के पास फिलहाल बहुमत से बहुत कम पार्षद होने के चलते अध्यक्ष पद के लिए पंकज पालीवाल के नाम को ही आगे किया गया है। 18 पार्षदों वाली इस निकाय में भाजपा के 6, कांग्रेस के 7 व निर्दलीय 5 पार्षद हैं।
पार्षद घूम रहे बनारस-प्रयागराज, खिलचीपुर में हो गई रायशुमारी, अब भोपाल करेंगे बात
भाजपा के सभी 8 पार्षद मंगलवार को जिस समय बनारस-प्रयागराज में धार्मिक यात्रा कर रहे थे उसी समय इधर पर्यवेक्षक के रूप में सीहोर के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सुराज यहां पर नेताओं से रायशुमारी कर रहे थे। वह अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को लेकर पूर्व विधायकों, पार्टी के जिला पदाधिकारियों से बात कर रहे थे। रायशुमारी की भनक खुद पार्षदों को भी उस समय लगी, जब खिलचीपुर में रायशुमारी शुरू हो गई। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जिन पार्षदों को अध्यक्ष का चयन करना है उनकी बजाए, नेताओं से भर रायशुमारी की गई है। अब बताया जा रहा है कि पार्षद 10 अगस्त शाम 4 बजे तक भोपाल पहुंचेंगे व वहीं उन्हें रात रूकना है। 11 को सुबह एक बार भोपाल में ही पार्षदों से बात की जाएगी व 12 अगस्त को मतदान के ठीक पहले उन्हें भोपाल से खिलचीपुर लाया जाएगा। खिलचीपुर नगर परिषद में 15 पार्षद हैं, जिसमें से 8 भाजपा के हैं, 6 कांग्रेस व एक निर्दलीय है।
उपाध्यक्ष पद के लिए जानी पार्षदों की राय, महिला पार्षदों को भी बुलाया
माचलपुर नगर परिषद के लिए भी मंगलवार को रायशुमारी करने प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भूपेंद्रसिंह सिसोदिया पहुंचे थे। उन्होंने पार्टी के 08 पार्षदों से उपाध्यक्ष के लिए चर्चा की। खास बात यह है कि राज.गढ में महिलाओं की बजाए पतियों, पुत्रों से ही रायशुमारी का मामला सामने आने के बाद अब माचलपुर में पार्टी की तीन महिला पार्षदों को भी रायशुमारी में शामिल किया गया। यहां पर 15 में से पार्षद भाजपा के हैं, दो निर्दलीय व 5 कांग्रेस के पार्षद हैं।
गुना के पार्षद पहुंचे ब्यावरा
उधर गुना में पार्षदों को लेकर चल रही उठापठक के बीच मंगलवार देर शाम को गुना के पार्षदों को ब्यावरा के एक निजी होटल में लाया गया। जहां पर प्रदेश के पदाधिकारी रजनीश अग्रवाल द्वारा पार्षदों से वन टू वन चर्चा की गई। गुना में हालांकि किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी थी। देर रात तक यहां पर रायशुमारी चलती रही।