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Update: 2022-06-29 14:33 GMT

खरगोन। कलेक्टर कुमार ने बुधवार को मप्र शहरी विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। इसमें संबंधित नगरीय निकायों के सीएमओ और परियोजना प्रबंधक भी मौजूद थे। कलेक्टर ने पांच वर्ष से स्वीकृत कार्यों को समय सीमा में पूरा नहीं कर पाने पर संबंधित कंपनी के परियोजना प्रबंधक से कहा कि आम नागरिकों को असीमित समस्या सामने आई है। इसके बावजूद कार्यों को पूर्ण करने में अनदेखी की जा रही है। यह बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अभी भी अधूरे कार्यों को पूरा करने में दिलचस्पी नहीं लेने वाले परियोजना प्रबंधक आगे काम नहीं कर पाएंगे।

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समीक्षा बैठक की शुरुआत खरगोन में जल वितरण और सीवरेज के कार्य से हुई। कंपनी के अधिकारी ने बताया कि इंटेकवेल में भूमि की समस्या के साथ ही उन बिंदुओं के बारे में बताया जिसके कारण लेटलतीफी हुई। कलेक्टर ने कहा कि ये समस्याएं तो हर परियोजना में आती ही हैं। कोई नई बात नहीं है। पांच वर्ष में शहर कितना बदल गया है। उसके हिसाब से सोचें और 15 जुलाई तक हर हाल में शहर को उपचारित जल की आपूर्ति करना तुम्हारी जिम्मेदारी है। इसे पूरा करो कैसे भी हो, यह अंतिम डेडलाइन है।

इसके बाद भी पूरी नहीं होती है तो कंपनी कार्रवाई करे, न करे, मैं जरूर कार्रवाई करूंगा। साथ ही शहर में रोड रेस्टोरेशन के कार्य तत्काल सीएमओ नगर पालिका की संतुष्टि के अनुसार पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक में एमपीयूडीसी के इंजीनियर इन चीफ दीपक रत्नावत, खरगोन नगर पालिका सीएमओ प्रियंका पटेल, परियोजना प्रबंधक राजेंद्र कुमार सोलंकी, पीओ पीएम बरंगे, डीपीएम राहुल पंवार, एपीएम रोहित मालवीया आदि मौजूद थे।
बड़वाह, कसरावद व करही में भी होगा काम
जिले की सभी नगरीय निकाय जहां जल वितरण और सीवरेज के कार्य प्रारंभ हुए हैं, वहां पूर्ण होने की अंतिम डेडलाइन कलेक्टर ने मांगी है। सभी निकायों के प्रोजेक्ट इंजीनियर ने अपनी ओर से तारीख चुनी है। इसमें बड़वाह में सितंबर माह में बचा हुआ काम पूरा करने का लक्ष्‌य है। वहीं कसरावद में चार माह में, करही में नवंबर तक कार्य पूरा करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
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