भोपाल : चूनाभट्टी थाने के एएसआइ वीरमणि पांडे के मुताबिक आराधना नगर निवासी आरके बरैया एडवोकेट हैं। उन्होंने 2020 में चूनाभट्टी के अरण्य बिहार में आरके मिश्रा से किराये से दुकान लेने वाले सुधीर मिश्रा के साथ सैलून की दुकान में साइलेंट पार्टनर बनकर करीब साढ़े आठ लाख निवेश किए थे। उसके बाद कोरोना संक्रमण के कारण आरोपित सुधीर मिश्रा ने फायदा उठाया और उसने एडवोकेट को उनके साझेदारी का मुनाफा नहीं दिया और दुकान का सामान बेच दिया। उसके बारे में उनको बताया तक नहीं। इसके अलावा किराये की दुकान का मालिक बनकर गौरव जोशी नाम के अपने ही परिचित को किराये पर दे दी, जबकि सुधीर मिश्रा खुद दुकान को किराये पर ली थी।