भगवान शिव की नगरी काशी में किए गए बिभिन्न परिवर्तन,महाकाल पथ की योजनाएं ले रहीं आकार

भगवान शिव की नगरी काशी में किए गए विभिन्न परिवर्तनों के बीच जहां कॉरिडोर का निर्माण किया गया। वहीं महाकाल (उज्जैन) की नगरी में भी सरकार की ओर से कुछ विशेष बदलाव किए जा रहे हैं।

Update: 2022-03-19 08:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव की नगरी काशी में किए गए विभिन्न परिवर्तनों के बीच जहां कॉरिडोर का निर्माण किया गया। वहीं महाकाल (उज्जैन) की नगरी में भी सरकार की ओर से कुछ विशेष बदलाव किए जा रहे हैं। दरअसल महाकाल मंदिर में आने वाले विभिन्न भक्त यहां आकर महाकाल की आरती दर्शन काफी मशक्कत के बाद कर पाते है।

वहीं भक्तों के सामने आ रही कई तरह की परेशानियों को देखते हुए यहां भी सरकार की ओर से 703 करोड़ रुपए खर्च कर नए कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। जिसके पहले चरण का करीब 85 प्रतिशत कार्य अब तक पूर्ण हो चुका है।
बताया जाता है कि यहां दरअसल एक महाकाल पथ का निर्माण किया जा रहा है,इस कॉरिडोर में 92 प्रतिमाओं को लगाया गया है, जिनसे जुड़ी कथाओं के संबंध में जानकारी भक्त इन पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर आसानी से प्राप्त कर पाएंगे, यहां ये प्रतिमांएं भक्तों को महादेव से जुड़ी विभिन्न कथाएं बताएंगीं। यानि अब उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालु मोबाइल पर ही शिव से जुड़ी कथाओं को पढ़ सकेंगे।
बताया जाता है कि इन 92 प्रतिमाओं को लाल पत्थर और 100 साल तक खराब नहीं होने वाले मटेरियल से बनाया जा रहा है। इनमें 9 फीट से लेकर 25 फीट तक कह ऊंची प्रतिमाएं भी हैं। ये प्रतिमाएं धूप, पानी, ठंड के असर से भी सुरक्षित रहेंगी। इनका रंग-रोगन भी लंबे समय तक टिकाऊ रहेगा। प्रतिमाओं का निर्माण गुजरात और राजस्थान के कारीगर कर रहे हैं।
बताया गया है कि बन रहे इस नए कॉरिडार में मुख्य द्वार से लेकर पब्लिक प्लाजा और महाकाल मंदिर के गेट नंबर-13 तक कुल 92 प्रतिमाएं स्थापित जा रहीं हैं। जिनमें से कई प्रतिमाओं को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है।
महाकाल पथ पर बनाई जा रहीं 25 फीट ऊंची एक दर्जन प्रतिमाएं नीलकंठ महादेव, सती के शव के साथ शिव, त्रिवेणी प्लाजा पर शिव, शक्ति और श्रीकृष्ण की प्रतिमाएं, कैलाश पर शिव, यम संवार, गजासुर संहार, आदि योगी शिव, योगेश्वर अवतार, कैलाश पर रावण सहित अन्य कहानियों का विवरण क्यूआर कोड के माध्यम से भक्तों को देंगी। इन प्रतिमाओं का रंग रोगन भी पूरा हो चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी कर सकते हैं उद्घाटन
सामने आ रही जानकारी के अनुसार दरअसल इस महाकाल पथ का कार्य अब लगभग पूर्णता की ओर पहुंच चुका है। इस पथ में प्रतिमाओं के साथ ही 108 स्तंभ भी लगाए गए हैं। यहां आनंद तांडव प्रतिमा भी है। वहीं इसके उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा गया है। यहां यानि महाकाल पथ पर लगी लाइट का काम गुजरात के एक वेंडर ने किया है।
महाकाल पथ की योजनाएं ले रहीं आकार
इसके अलावा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पर्यटकों को लुभाने और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए यात्री सुविधाओं के विकास के लिए 97 करोड़ रुपए की योजनाएं भी यहां आकार ले रही हैं। इसमें पब्लिक प्लाजा, महाकाल हेरिटेज कॉरिडोर, रुद्रसागर घाट, शिव स्तंभ, प्रवेश द्वार, उद्यान, शॉपिंग मॉल आदि शामिल हैं।
महाकाल की कहानियां बताएंगी ये प्रतिमाएं
18 फीट की 8 प्रतिमाएं: जो नटराज, शिव पुत्र गणेश व कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार, पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी, शिव और सती, समुद्र मंथन की कथाओं को मोबाइल में क्यूआर कोड स्कैन करते ही आपके सामने ला देंगी।
15 फीट ऊंची 23 प्रतिमाएं: यहां शिव नृत्य, 11 रुद्र, महेश्वर अवतार, अघोर अवतार, काल भैरव, शरभ अवतार, खंडोबा अवतार, वीरभद्र द्वारा दक्ष वध, शिव बारात, मणि भद्र, गणेश व कार्तिकेय के साथ पार्वती, सूर्य, कपालमोचक शिव की कथाएं मूर्तियों के क्यूआर कोड स्कैन करते ही आपके सामने आ जाएंगी।
11 फीट की 17 प्रतिमाएं: प्रवेश द्वार पर बनी गणेश, अर्द्धनारीश्वर, अष्ट भैरव, ऋषि भारद्वाज, वशिष्ठ, विश्वामित्र, गौतम, कश्यप, जमदग्नी की प्रतिमाएं भी आपके सामने उनकी कथाएं क्यूआर कोड के स्कैन करने के माध्यम से पाई जा सकेंगी।
10 फीट की 8 प्रतिमाएं: इनमें लेटे गणेश, हनुमान शिव अवतार, सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती, लकुलेश, पार्वती के साथ खेलते गणेश की कथाएं आपके समक्ष लाने का कार्य करेंगी।
9 फीट की 19 प्रतिमाएं: जो यक्ष, यक्षिणी, सिंह, बटुक भैरव, सती, पार्वती, ऋषि भृंगी, विष्णु, नंदीकेश्वर, शिवभक्त रावण, श्रीराम, परशुराम, अर्जुन, सती, ऋषि शुक्राचार्य, शनिदेव, ऋषि दधिचि आदि के महादेव से जुड़ी कथाएं आपके समक्ष क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आपके सामने आ जाएंगी।


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