17 मई से शुरू होंगी मप्र के कॉलेजों में यूजी व पीजी एडमिशन प्रक्रिया

मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश के शासकीय/अशासकीय महावद्यिालयों में स्नातक/स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक-सत्र 2022-23 की 17 मई से शुरू होने वाले ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में एक चरण एवं तीन सीएलसी राउंड होंगे।

Update: 2022-05-12 06:19 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश के शासकीय/अशासकीय महावद्यिालयों में स्नातक/स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक-सत्र 2022-23 की 17 मई से शुरू होने वाले ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में एक चरण एवं तीन सीएलसी राउंड होंगे। आधिकारिक जानकारी में यादव ने बताया कि संपूर्ण प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन संचालित होगी। इस चरण एवं सीएलसी में अपग्रेडेशन की प्रक्रिया का भी समावेश होगा। इससे प्रवेश प्रक्रिया कम समय में संचालित हो सकेगी। उन्होंने कहा कि सीएलसी की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन किए जाने से स्टूडेंट्स को महाविद्यालय में नहीं आना पड़ेगा। इससे अनावश्यक पेपर वर्क से भी बचा जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि आवेदकों के महावद्यिालय में भौतिक रूप से उपस्थित न होने पर समय, श्रम और धन की भी बचत होगी। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 के प्रवेश प्रक्रिया में विद्यार्थियों की सुविधा के मद्देनज़र कई संशोधन किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया के चरण एवं सीएलसी में पंजीयन की प्रक्रिया सतत् संचालित रहेगी। आवेदक अधिकतम 15 महावद्यिालय चयन कर सकेंगे। विद्यार्थियों के स्केन दस्तावेज के आधार पर हेल्पसेंटर पर ऑनलाइन सत्यापन की कार्रवाई की जाएगी। जिन आवेदक विद्यार्थियों के स्केन दस्तावेज अस्पष्ट होंगे उनको संबंधित महाविद्यालयों द्वारा एसएमएस अथवा दूरभाष पर सूचित किया जाएगा। आवेदक को तय समय-सीमा में महाविद्यालय में उपस्थित होकर मूल दस्तावेजों के आधार पर सत्यापन की कार्रवाई पूर्ण करनी होगी।
ट्रांसफर सर्टिफिकेट अथवा माइग्रेशन जमा करने की आवश्यकता नहीं
उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को को ट्रांसफर सर्टिफिकेट अथवा माइग्रेशन जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी। आवेदक को आवेदन फ़ॉर्म में ऑनलाइन ही किसी अन्य संस्थान में नियमित प्रवेश न लेने का वचन-पत्र प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने बताया कि इस शैक्षणिक-सत्र से खेलकूद, कला संस्कृति, एनसीसी, एनएसएस, रेडक्रॉस आदि के स्टूडेंट्स को प्रवेश प्रक्रिया में प्रत्येक कॉलेजों में 5-5 सीटों की वृद्धि करते हुए आरक्षित कर आउट राइट प्रवेश दिए जाने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि आउट राइट के आवेदकों की संख्या अधिक होने पर गुणानुक्रम के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। साथ ही राज्य स्तरीय आदि प्रतियोगिताओं के स्टूडेंट्स के लिए बीसी और डी में अधिभार की वृद्धि करते हुए आवेदकों को गुणानुक्रम अनुसार प्रवेश का अवसर दिया जाएगा।
प्रवेश प्रक्रिया में वद्यिार्थियों को अपग्रेडेशन के लिए ऑनलाइन शुल्क जमा करने के साथ ही ऑनलाइन सहमति/असहमति व्यक्त करनी होगी। अपग्रेडेशन होने के पश्चात रक्ति स्थानों पर प्रवीणता के आधार पर आवेदकों को आवंटन पत्र जारी कर ऑनलाइन शुल्क जमा करने के लिए 3 दिवस का समय दिया जाएगा। सीएलसी चरण में संपूर्ण प्रक्रिया महावद्यिालय स्तर पर ऑनलाइन संचालित की जाएगी। पंजीकृत आवेदक सीएलसी में ऑनलाइन शामिल होंगे। इसमें भी अपग्रेडेशन की प्रक्रिया संचालित होगी।
उन्होंने बताया कि प्रवेश निरस्तीकरण के लिए आवेदकों ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करना होगा। संबंधित महाविद्यालय को 100 प्रक्रिया शुल्क काटकर शेष राशि 10 कार्य-दिवस में आवेदक के खाते में अंतरित करनी होगी। अल्पसंख्यक महावद्यिालयों को ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में शामिल किया गया है। इसके लिए प्रवेश पोर्टल पर पृथक से प्रावधान है।
अल्पसंख्यक महावद्यिालयों में अपग्रेडेशन की प्रक्रिया भी लागू रहेगी। ऐसे आवेदक जिनके परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुए हैं, उन्हें प्रवेश का अवसर प्रदान करते हुए दो वर्ष के परीक्षा परिणामों के प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट तय होगी। आवेदकों से किसी भी प्रकार के कोई भी दस्तावेज़ या छाया प्रति महाविद्यालय स्तर पर नहीं ली जाएगी।
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