नई दिल्ली। भारत में अधिकतर लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ट्रेन से यात्रा करना बेहद पसंद करते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह रेल यात्रा सस्ती और आरामदायक है. इसी वजह से भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन भी माना जाता है. दुनिया में भारतीय रेलवे चौथा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. भारत में रेलवे स्टेशन की कुल संख्या भी करीब 8000 है. रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए आए दिन कई बदलाव भी करता है. क्या आपको पता है रेलवे की ओर कई लोगों को किराए में भी छूट दी जाती है।
बता दें कि भारतीय रेलवे की ओर से दिव्यांग और मरीजों के साथ ही छात्रों को भी किराए में छूट दी जाती है. हालांकि कोविड 19 से पहले सीनियर सिटीजन को भी किराए में छूट दी जाती थी, लेकिन कोविड के दौरान इसे रोक दिया गया था. जिसे एक बार फिर से संसद में लागू करने की मांग की जा रही है।
जानें किसे कितनी मिलती है छूट
रेलवे की ओर से किसान, दिव्यांग, स्टूडेंट, चिकित्सा व्यवसायी, शहीदों की पत्नी, पुरुस्कार प्राप्त लोगों को छूट मिलती है. फिलहाल स्टूडेंट, मरीज और दिव्यांग को छूट दी जा रही है. रेलवे के मुताबिक वरिष्ठ नागरिकों के किराए पर छूट को अभी रोका गया है, जो अनिश्चित समय के लिए है. इसे आने वाले समय में बहाल किया जा सकता है.
स्टूडेंट को किराए में छूट का नियम
स्टूडेंट को छूट केवल स्लीपर और 2S क्लास के लिए दिया जाता है. जबकि ई टिकट के लिए यह छूट वैलिड नहीं की गई है. छात्रों को किराए के छूट के रूप में रिफंड आईआरसीटीसी द्वारा अगले दिन वापस किया जाएगा और डिजिटल तरीके से उसके खाते में जमा किया जाएगा।