जरी कर्मी सहित 5 जेल कर्मियों के खातों में ट्रांजक्शन, जेल अधीक्षक पहुंचीं गृहमंत्री के पास
भोपाल न्यूज़: केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में करोड़ों के जीपीएफ गबन मामले में रोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं, शातिर बाबू रिपुदमन ने जीपीएफ के करोड़ों रुपए ट्रांसफर करने के लिए मोजमखेड़ी में रहने वाले कुछ लोगों के खाते भी उपयोग किए थे. इसके अलावा जेल के भी 6 प्रहरियों के खाते में करोड़ों रुपए ट्रांसफर हुए हैं. इन सब का भोपाल से आई जांच टीम के सामने खुलासा हो चुका है परंतु अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई.
ऐसे में संभावना है कि बाबू रिपुदमन की तरह ये आरोपी भी भाग न निकले. ट्रेजरी का एक कर्मी भी फरार आरोपी रिपुदमन का साथी है दोनों रोजाना शराब पार्टी किया करते थे.
वहीं यह बात भी सामने आई है कि अगर कोई प्रहरी जीपीएफ की राशि निकलवाने पहुंचता था तो बाबू रिपुदमन उन्हें सर्वर डाउन या अन्य बहाना कर रुपए उधार दे देता. यह रकम 2.5 से 5 लाख तक की होती थी. जेल के ही तीन प्रहरियों को आरोपी ने 5, 3 और 2 लाख रुपए उधार देते हुए कहा था कि मैं यह राशि क्रिकेट के सट्टे में जीता हूं जब तुम्हारे पास आ जाए, तब दे देना. प्रहरियों का कहना है कि हमें क्या मालूम था कि हमारे ही खाते साफ कर हमें ही उधार दे रहा है. जीपीएफ गबन मामले में जांच टीम के सामने ट्रेजरी कर्मी रोहित का नाम भी आया है, रोहित जेल के बाबू रिपुदमन का खास था, जो रोजाना एक बार जेल में आकर रिपुदमन से जरूर मिलता था और ये दोनों शराब पार्टी करते थे.
जेल अधीक्षक पर कार्रवाई नहीं होने से फिर भड़के परिजन : इधर जिन प्रहरियों के जीपीएफ खातों से रुपए गायब हुए हैं, उनके परिजन जेल अधीक्षक को हटाने की मांग कर धरने पर बैठ गए थे. मामले में जांच टीम और पुलिस ने सभी को 24 घंटे में कार्रवाई का आश्वासन दे धरना प्रदर्शन बंद करवा दिया था. दिनभर कार्रवाई नहीं होने से प्रहरी और उनके परिजन भड़क गए. प्रहरियों ने कहा कि वे को फिर से धरना प्रदर्शन करेंगे.