एक दर्दनाक हत्या के बाद पैरों में बांधीं मोटी-मोटी जंजीरें

Update: 2022-07-10 12:13 GMT

मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से दुखद खबर है. रिजर्व का 55 साल का नर हाथी रामबहादुर इन दिनों कैद में है. इस भारी-भरकम हाथी को बेड़ियों और मोटी-मोटी जंजीरों से बांधकर रखा गया है. इस हाथी ने 4 जुलाई की सुबह अपने ही महावत बुधराम रोटिया को बेरहमी से दांत से दबाकर मार दिया था. दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद यह हाथी जंगल में फरार हो गया था. उसे बड़ी मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज कर जंजीरों से जकड़ा गया है. फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद हाथी मस्ती में है. इसलिए वह आक्रामक और खतरनाक हो चुका है.

गौरतलब है कि हाथी के गायब होते ही ग्रामीणों को सचेत रहने के लिए कहा गया. सभी से कहा गया कि बिना काम के जंगल की तरफ न जाएं. क्योंकि, हाथी कुछ भी कर सकता है. दूसरी ओर, हाथी को आबादी क्षेत्र के आसपास जाने से रोकने के लिए वन कर्मियों और महावतों की टीम पूरी रात उसे ट्रैक करती रही. वह मिला भी, लेकिन टीम के हाथ नहीं आया. क्योंकि, हाथी रामबहादुर इस कदर आक्रामक हो चुका है कि महावतों को डेढ़-दो सौ मीटर दूर से ही खदेड़ने लगता है. इसके बावजूद टीम पूरे समय हाथी का पीछा करती रही और हिनौता हाथी कैंप के पास कड़ी मशक्कत के बाद उसे ट्रेंकुलाइज करके पकड़ा गया.

सालों से हाथी की देखभाल कर रहा था मृतक

फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जंगल में पले-बढ़े इस हाथी को साल 1993 में पकड़ा गया था. उस समय हाथी की उम्र 25- 26 साल के लगभग थी. महावत बुधराम उस वक्त से इसी हाथी के साथ रहता था. क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर संजय टाइगर रिजर्व से नर हाथी रामबहादुर को पन्ना लाया गया था. हाथी के साथ ही महावत बुधराम भी पन्ना आया और तभी से उस हाथी की लगातार देखभाल कर रहा था. लेकिन, 4 जुलाई को हाथी ने उसे मार दिया. ये हाथी दुनिया की सबसे बुजुर्ग हथिनी वत्सला पर भी दो बार प्राणघातक हमला कर चुका है.


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