दमोह। मध्यप्रदेश में दमोह के कलमली जंगल में तेंदुए का शव मिलने से हड़कम्प मच गया। शव गुफा के अंदर पाया गया है जो काफी पुराना है। सड़ी गली हालत में मिले तेंदुए के शव में केवल उसके अवशेष ही बचे पाए गए। वन विभाग ने जांच प्रारंभ कर दी है। चिकित्सकों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया। जिसके बाद तेंदुए के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
दमोह जिले के तेजगढ़ वन परिक्षेत्र की गुटरिया बीट में गुफा के अंदर तेंदुए का शव पाया गया है। सड़ी-गली हालत में तेंदुए का शव मिला है जो काफी पुराना बताया गया है। उसमें अब केवल अवशेष ही बचे थे। वन अमले को इसकी सूचना मिली तो अमला मौके पर पहुंचा और मामले की जांच प्रारंभ की। वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो तेंदुए की प्राकृतिक मौत हुई है। तेजगढ़ वन परिक्षेत्र के जंगल में यह तेंदुआ कहां से आया और कब से यहां रह रहा था। इसकी मौत कैसे हुई इसका पता लगाने में वन विभाग की टीम जुट गई है। इस संबंध में पशु चिकित्सक हरिकांत बिलवाल के मुताबिक उनके पास मृत तेंदुए के पोस्टमार्टम की सूचना आई थी। पीएम जबलपुर की टीम से करवाया जाता है। बुधवार को तेंदुए का शव मिलने के बाद आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों का कहना था कि कलमली के जंगल और टपका के पास तेंदुआ रहता था। कभी-कभी मुख्य मार्ग पर भी देखा जाता था। किंतु उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। जबलपुर के चिकित्सकों ने मृत तेंदुए का पीएम किया। गुरुवार को पीएम कराने के बाद अधिकारियों की मौजूदगी में तेंदुए का अंतिम संस्कार किया गया।
तेंदूखेड़ा उपवनमंडल अधिकारी रेखा पटेल का कहना है कि तेंदुए का शव मिलने की सूचना उनको ग्रामीणों ने दी थी। जिसके बाद तेंदूखेड़ा रेंजर मेघा पटेल के साथ वह मौके पर पहुंचीं। वन मंडल अधिकारी को इसकी सूचना दी गई। गुटरिया बीट के पीएफ 154 में नदी के किनारे जंगली क्षेत्र में एक गुफा है जिसमें तेंदुआ मृत अवस्था में पाया गया है। वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।