मध्य प्रदेश के रीवा में मौजूद है दुनिया की सबसे छोटी कुरान! माचिस की डिब्बी से भी छोटा साइज
मध्य प्रदेश के रीवा में दुनिया की सबसे छोटी कुरान मौजूद है।
मध्य प्रदेश के रीवा में दुनिया की सबसे छोटी कुरान मौजूद है। जी हां, माचिस की डिब्बी से भी छोटी इस कुरान की लम्बाई ढाई सेमी और चौड़ाई डेढ़ सेमी है। यह कुरान एक सेमी मोटी है। ये अरबी भाषा मे लिखी हुई है और पिछली कई पुश्तों से इस परिवार के पास ये कुरान शरीफ मौजूद है। इस कुरान को पीढ़ी दर पीढ़ी ये परिवार संभालकर रखता चला आ रहा है।
रीवा की मन्नान मस्जिद के पास रहने वाले मरहूम अनवारुल हक़ के परिवार के पास है। इस्लाम धर्म में आस्था की प्रतीक विश्व की सबसे छोटी पाक कुरान-ए-शरीफ की खासियत यह है कि लम्बाई-चौड़ाई बेहद होने के बावजूद यह सोने के पानी से लिखी हुई है। ये इतनी छोटी है और इसकी लिखावट इतनी छोटी है कि इसे खाली आंखों से नही पढ़ा जा सकता। इस कुरान शरीफ के ही कवर मे लगे लेंस से इसकी आयतों को पढ़ा जा सकता है। मरहूम अनवारुल हक के परिवार में पिछले सात पुश्तों से ये कुरान शरीफ है पर ये उनके परिवार में कैसे आई इसका पता किसी को भी नहीं है। ये छोटी कुरान शरीफ उनके परिवार में दो प्रति में है। इसकी खासियत ये है की ये माचिस की डिब्बी से भी छोटी है और एक माचिस की डिब्बी में दो कुरान शरीफ आ जाती है।
कवर पर लगा है पढ़ने के लिए लेंस
इस पाक कुरान शरीफ की लिखावट सोने के पानी से है और ऊपर से चमड़े का कवर है, जिस पर इसे पढ़ने के लिए लेंस लगा हुआ है। तीस पारे (खंड) की इस कुरान शरीफ मे वे सारी आयतें लिखी हुई हैं, जो एक बड़ी कुरान-ए-शरीफ में लिखी होती है। इस कुरान शरीफ को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं। मरहूम अनवारूल हक के परिवार के पास यह कुरान शरीफ दो प्रति मे हैं और उनके बुजुर्गों के बताए अनुसार यह विश्व की सबसे छोटी और दुर्लभ कुरानों मे से एक है।