बाघ के दस्तक से ग्रामीण दहशत में 25 मिनट तक घूमती रही बाघिन

Update: 2024-03-03 13:09 GMT
रायसेन। रायसेन शहर रोड से लगे गांव के आसपास कुछ दिनों से बाघ और बाघिन सहित तेंदुओं का मूवमेंट बना हुआ है ।दिन हो चाहे रात बबैखोफ सड़कों से निकलकर इस जंगल से दूसरे जंगल में प्रवेश करते नजर आ रहे हैं। शहर के भीतर भी दो दिन पहले बाघ ने रॉयल मैरिज गार्डन सांची रोड़ में आकर लोगों के साथ वन विभाग के आला अफसरों की नींद उड़ा दी थी। शनिवार सुबह 9बजे भोपाल रोड पर नीमखेड़ा जाख पुल के बीच में हिरणखेड़ा के जंगल वाली सड़क बेतवा नदी पुल से समीप वाले खेतों में बाघिन घूमती दिखाई दी ।इतना ही नहीं यह बाघिन भोपाल रोड को क्रॉस करके दूसरी तरफ जंगल में चली गई। इस दौरान सड़क से गुजर रहे राहगीरो का ट्रैफिक कुछ देर के लिए रुक गया ।लोगों ने खेत में इत्मीनान से घूम रही बाघिन को न केवल बहुत नजदीक से देखा ।बल्कि उसके वीडियो भी बनाएं । लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए जाने के बाद वन विभाग अमला भी वहां पर सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से पहुंच गया था ।और उन्होंने कैमरे भी लगाए ।मौके पर पहुंचे वन विभाग के हमले में लोगों को सतर्क रहने की हिदायत भी दी ।अभी 15 दिन पहले 12 फरवरी को यह बाघिन नीमखेड़ा हिरण खेड़ा गांव के पास खेत में घूमते हुए दिखाई दी थी ।
आंखों देखी :10 फीट दूर थी बाघिन बच्चे शोर मचाकर बना रहे थे वीडियो....
बेतवा नदी के जगह पुल के समीप मसरूर हसन का खेत है ।उनके खेत की रखवाली करने वाला गुड्डू से हरिया अपने 12 साल के बेटे राजकुमार के साथ खेत में मौजूद था ।जैसे ही उसने खेत के अंदर 10 फीट दूर बाघिन को आता देखा तो उसने बच्चे को लेकर वहां से दौड़ लगा दी ।तब कहीं वह अपनी और बच्चे की जान बचा पाया। गुड्डू सहरिया ने बताया कि यदि वह वहां से नहीं भागता तो वह उन पर हमला कर सकती थी।
इधर वन अमले ने सीतातलाई की पहाड़ी और नीमखेड़ा हिरणखेड़ा के समीप लगाए कैमरे....
टाइगर मादा के स्वतंत्र घूमने से ग्रामीण दहशतजदा हैं।डीएफओ विजय कुमार और एसडीओ सुधीर कुमार पटले ने ग्रामीणों को हिदायत दी है कि इन वन्य प्राणियों से सुरक्षित और सतर्क रहें।साथ ही यह हिदायत भी दी है कि इनसे दूर रहें।वीडियो बनाने का जोखिम न उठाएं ।उधर बच्चे शोर मचा कर जान जोखिम में डालकर जंगल की तरफ जाती बाघिन का वीडियो बनाते रहे ।उनको समझने वाला कोई मौके पर मौजूद नहीं था ।कुछ ग्रामीण भी थोड़ी दूरी पर खड़े थे। उन्होंने भी बच्चों को समझाइश नहीं दी ।ऐसे में उनकी जान को खतरा हो सकता था।शनिवार को दोपहर बाद डीएफओ विजय कुमार और एसडीओ सुधीर कुमार पटले को बाघ को सीतातलाई की पहाड़ी पर दहाड़ने की खबर मिली तो डिप्टी प्रभात यादव नरेश कुशवाहा राकेश कैलोदिया सहित वन अमले को लेकर मौके पर पहुंचे।उन्होंने वहां वन्य प्राणियों के मूवमेंट का पता लगाने कैमरे भी लगवाए।
नीमखेड़ा के जंगल की ही है यह बाघिन...
नीमखेड़ा से लगे जंगल की बाघिन का मूवमेंट शनिवार को सुबह देखा गया ।बीती दरम्यानी रात 12 बजे एक नर टाइगर को भी रायसेन बायपास सड़क पार करते हुए एक कार चालक द्वारा उसका वीडियो फोटो बनाए थे।उसे क्षेत्र में लंबे समय से है यह बाघिन शनिवार को भी यही खेतों में दिखाई थी ।वन्य प्राणियों के लगातार मूवमेंट का ध्यान रखते हुए पूरी सतर्कता भी बरतें ग्रामीण ।सीतातलाई की पहाड़ी और नीमखेड़ा -जाखा हिरणखेड़ा के जंगल में आम रास्ते पर अभी तक वन विभाग ने 40 कैमरे लगाए हैं।ताकि इन वन्य प्राणियों बाघ, तेंदुओं का मूवमेंट नजर आ सके ।
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