बचाने गए छात्र और शिक्षक भी तेज धारा में बहे,
बचाने गए छात्र और शिक्षक भी तेज धारा में बहे,
सोशल मीडिया पर वायरल होने का जुनून आजकल हर किसी को सवार है. जिसे देखो इंस्टाग्राम (Instagram) रील्स बनाकर लाइक्स और शेयर बटोरना चाहता है. कई युवा खतरनाक तरीके से वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हैं. इस चक्कर कई युवा अपनी जान भी गंवा चुके हैं. ताजा मामला मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर के भेड़ाघाट में सामने आया है, जहां तीन दोस्तों ने इंस्टाग्राम रील्स बनाने के चक्कर में अपनी जान गंवा दी. वहीं हादसे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने ट्वीट कर लिखा कि "जबलपुर के भेड़ाघाट में हुई दुर्घटना में विद्यार्थियों के निधन का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ, ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं.
छात्रा का शव बरामद
दरअसल मध्यप्रदेश में जबलपुर के विश्व प्रसिद्ध स्थल भेड़ाघाट धुआंधार के संगमरमर की वादियों में घूमने आए आठ लोगों का जत्थे में तीन लोगों को सोशल मीडिया ने काल के मुंह में ढकेल दिया. यहां इंस्टाग्राम पर रील बनाने के चक्कर में पत्थर से पैर फिसलने के कारण दो छात्र सहित एक शिक्षक नर्मदा के तेज बहाव में बह गए. जिसमें एक युवती का शव कुछ दूरी पर चट्टानों में फंसा मिला. वहीं अन्य दो लोगों की तलाश अब भी जारी है.
रील बनाते समय फिसला खुश्बू का पैर
इस घटना के बारे में साथी छात्रा धनेश्वरी सोनी ने बताया कि चार दोस्त प्रभाव लोधी, अनिल रैदास, सत्यम बारी और वह एक दिन पहले यानी सोमवार को ही जबलपुर आ गए थे, जबकि धनेश्वरी, खुश्बू सिंह और राम साहू मंगलवार सुबह पहुंचे थे. हम सभी बचपन के दोस्त हैं. आठवीं क्लास तक साथ पढ़े हैं. सभी दीनदयाल स्थित होटल में रुके थे. यहां एक निजी कॉलेज में पैरामेडिकल में प्रवेश लेने के बाद सभी तिलवारा थाना स्थित न्यू भेड़ाघाट घूमने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान खुश्बू पत्थरों पर इंस्टाग्राम पर रील बना रही थी. तभी खुश्बू का पैर फिसल गया, उसे बचाने के लिए शिक्षक राकेश आर्य पहुंचे लेकिन वह भी तेज बहाव में बहने लगे. उन्हें देखकर साथी छात्र राम साहू भी बचाने के लिए पानी में उतरा लेकिन तीनों तेज बहाव में बह गए.
शिक्षक और छात्र की तलाश में रेस्क्यू टीम
दोस्तों नें बताया कि खुश्बू भेड़ाघाट की संगमरमरी वादियों को देखने के लिए बेहद उत्साहित थी. इस बीच चट्टानों के बीच इंस्टाग्राम रील बनाकर सेल्फी लेने का उसका मंसूबा इस कदर उस पर और तीन परिवारों पर कहर बन जाएगा, इसकी कल्पना किसी से नहीं की होगी. पानी के तेज बहाव में डूबने से पहले जिंदगी की आखिरी तस्वीर भी कैमरे में कैद हो गई. गोताखोर और होमगार्ड की टीम लगातार बाहर वाले तटीय क्षेत्रों में दो युवकों की तलाश में जुटी हुए है.
प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल
वहीं इस घटना के बाद भेड़ाघाट नगर प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. क्योंकि ना तो अब तक कोई सूचना पटल है और ना ही पर्यटकों को रोकने के लिए को सुरक्षा घेरा बनाया गया है. आए दिन लोग गहरे पानी में नहाते हुए सेल्फी लेते नजर आते हैं. बेशक यह जिम्मेदारी खुद आम लोगों की है कि वह गहरे पानी से दूर रहें लेकिन सरकारी महकमों को भी इन हादसों से सबक लेकर इंतजाम करने चाहिए. बहरहाल शाम और मौसम खराब हो जाने के कारण गोताखोरों को ढूंढने में दिक्कत आ रही थी. लेकिन आज फिर गोताखोरों और होमगार्ड की टीम ने शिक्षक ओर छात्र की तलाश की.
मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट
वहीं हादसे के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा कि जबलपुर के भेड़ाघाट में हुई दुर्घटना में विद्यार्थियों के डूबने का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं.
परिजन पहुंचे जबलपुर
दुर्घटना की सूचना मिलते ही परिजनों के मानों पैरों तले जमीन ही खिसक गई. देर रात परिजन जबलपुर पहुंचे. यहां अपनों को न देखकर उनके हौसलों ने जवाब दे दिया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था. इस मौके पर यहां उपस्थित थाना प्रभारी एवं पुलिस स्टाफ ने भी परिजनों को ढांढस बंधाया. पूरी रात परिजनों ने मोर्चरी और पुलिस थाना में बैठकर बिताई. पुलिस ने कहा कि खुश्बू के पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा.