गर्भवती महिला को नहीं मिली एंबुलेंस, परिजन ने खाट पर लिटाकर 3 किलोमीटर तक पैदल चले

आजादी के इतने सालों बाद भी कई गांव ऐसे हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं भी लोगों को नहीं मिल पा रही हैं

Update: 2022-06-17 11:10 GMT

मंडला। आजादी के इतने सालों बाद भी कई गांव ऐसे हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं भी लोगों को नहीं मिल पा रही हैं. सड़क न होने की वजह से ग्रामीणों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सरकार लाख बड़े दावे करती हो, लेकिन आज भी कई ऐसे मामले सामने आते हैं जो सरकार की पोल खोल देती है. ऐसा ही एक मामला मंडला के घुघरी विकासखंड के बहराटोला से सामने आया है. जहां गर्भवती महिला के परिजन उसे खाट पर लिटाकर 3 किलोमीटर पैदल चले और फिर एंबुलेंस में बिठाया. (Mandla Pregnant Women on Cot) (MP Collapsed Health System)

गर्भवती महिला को लेना पड़ा खटिए का सहारा: घुघरी के बहराटोला में एक प्रसूता सुनिया मरकाम की डिलेवरी की सूचना पर 108 एंबुलेंस कर्मी ईएमटी राजेश, पायलट कोमल, योगेंद्र राजपूत के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उन्हें आधे रास्ते में पता चला की मरीज के घर तक जो रास्ता जाता है वो कच्चा मार्ग है. रास्ते की हालात इतने खराब है कि वहां पैदल चलना भी मुश्किल है. इसी वजह से एंबुलेंस कर्मचारियों ने प्रसूता को खटिया पर लिटाया और खटिया सहित करीब तीन किमी तक पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंचे. प्रसूति महिला को 108 एंबुलेंस से तत्काल तबलपानी उपस्वास्थ्य केंद्र में लाकर भर्ती कराया गया. (Mandla Villagers Took Pregnant Woman Hospital On Khaat)
महिला की हाई रिस्क प्रेग्नेंसी: नेताओं और अफसरों से ग्रामीणों ने सड़क को लेकर कई बार शिकायत की, लेकिन इस समस्या का निदान नहीं हो पाया है. एंबुलेंस का जिम्मा संभाल रहे डिस्ट्रिक मैनेजर कपिल शर्मा ने बताया कि जिले में कई ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की सड़क नहीं होने पर इस तरह कठिनाईयां खड़ी हो जाती है, लेकिन एंबुलेंस स्टॉफ हर हाल में मरीज तक समय पर पहुंचने की कोशिश करता है. महिला सुनिया बाई को 108 एंबुलेंस से तत्काल तबलपानी उपस्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. स्थानीय आशा द्वारा बताया गया की उक्त महिला की हाई रिस्क प्रेग्नेंसी है.


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