Bhagalpur: मध्य विद्यालय नारेपुर के समीप फ्लैंक विहीन यह सड़क हादसे को दावत दे रही

फ्लैंकविहीन सड़क से हादसे का डर

Update: 2024-12-15 05:55 GMT

भागलपुर: मोहनिया ढाला के समीप एनएच-28 से बछवाड़ा बाजार व रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क की हालत खतरनाक बनी हुई है. मध्य विद्यालय नारेपुर के समीप फ्लैंक विहीन यह सड़क हादसे को दावत दे रही है. यहां सड़क में फ्लैंक के गड्ढे दिन- ब- दिन गहरे होते जा रहे हैं.

इस सिंगल रोड पर चारपहिए वाहनों के गुजरने के दौरान साइकिल व मोटरसाइकिल सवारों को फ्लैंक के गड्ढे में गिरकर रोज घायल होना पड़ रहा है. इस होकर स्कूल जाने- आने वाले बच्चों की भी जान सांसत में रहती है. पंचायत समिति सदस्य सिकंदर कुमार, उपसरपंच अर्जुन कुमार मेजर, राजेंद्र प्रसाद राय आदि ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क मोहनिया ढाला बेगमसराय के समीप एनएच-28 से बछवाड़ा प्रखंड कार्यालय, सीएचसी, थाना, मध्य विद्यालय नारेपुर, उच्च विद्यालय नारेपुर व बछवाड़ा बाजार होते हुए रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली मुख्य सड़क है. इस होकर दिन रात वाहनों व पांव- पैदल लोगों की आवाजाही होती रहती है. ग्रामीणों ने कहा कि एक तो यह सिंगल रोड है, दूजे सड़क के फ्लैंक गड्ढे में तब्दील रहने से अक्सर लोगों को हादसे का शिकार होना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि करीब 4 साल पूर्व मोहनिया ढाला एनएच-28 से बछवाड़ा बाजार तक करीब 2 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कराया गया था. सड़क निर्माण के दौरान संवेदक द्वारा पीसीसी ढलाई के बाद सड़क के दोनों तरफ फ्लैंक में मिट्टी नहीं डाली गई. वर्तमान में यह सड़क 5 वर्षीय अनुरक्षण काल में है. बावजूद इसके विभागीय अधिकारी इस सड़क की सुधि नहीं ले रहे हैं. पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि कई जगह इस सड़क के फ्लैंक की मिट्टी काटकर लोगों ने माल- मवेशियों का बथान भी बना लिया है.

इस सड़क होकर स्थानीय प्रशासन की गाड़ी भी दिन रात गुजरती है किंतु सड़क की दुर्दशा को अधिकारी भी नजर अंदाज कर रहे हैं. ग्रामीणों ने इस सड़क में फ्लैंक बनवाने तथा सड़क से अतिक्रमण हटवाने की मांग विभागीय अधिकारी से की है.

स्टेशनों पर टिकट जांच अभियान चला: सोनपुर मंडल द्वारा स्टेशनों पर लगातार सघन टिकट चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक रौशन कुमार के निर्देश पर को बरौनी सहित मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर मेगा टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया.

इस दौरान सभी ट्रेनों में औचक जांच की गई. इसके अलावा सभी यात्री ट्रेनों के एसी कोच, विकलांग, महिला कोच व पैंट्री कार की भी जांच की गई. साथ ही, एटीवीएम व यूटीएस मोबाइल एप के द्वारा टिकट खरीदने हेतु यात्रियों को जागरूक भी किया गया. मेगा टिकट जांच के दौरान एक दिन में बिना टिकट पकड़े गए 3 हजार 592 मामले में रेलवे को किराया व जुर्माना सहित 23 लाख 31 हजार 370 रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई.

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