रायसेन। सूरज ने अपना तपन दिखाना शुरू कर दिया है वही तापमान का पर भी लगातार बढ़ रहा है जिससे ल लपट का दौर चल रहा है।लू की चपेट में आकर कई लोग बीमार हो रहे हैं ।डॉक्टरों ने लू से बचाव के तरीके बताएं हैं।
हीट स्ट्रोक से करें बचाव.....
उधर सिविल सर्जन डॉ अनिल ओढ़ ने लू और हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए अपने सहयोगी चिकित्सकों से विस्तृत चर्चा की और इससे बचाव के लिए एडवायजरी जारी की। डॉ ओढ़ ने बताया कि लू और हीट स्ट्रेक से बचने के लिए यथासंभव सीधी घूप से बचें। घर के अंदर हवादार, ठंडे स्थान पर रहें। हल्के रंग के, ढीले व पतले कपडों का प्रयोग करें। धूप मे जाने से पहले सिर पर छाते या कपडे का उपयोग करें। भोजन करके एवं पानी पीकर ही बाहर निकले। पानी का अधिक मात्रा मे सेवन करें। प्यास लगने का इंतजार ना करें अधिक से अधिक पेय पदार्थ जैसे- नीबू पानी, लस्सी, छाछ, सिकंजी, जलजीरा, आमपना, दही, नरियल पानी इत्यादि का सेवन करें। इस तीखी गर्मी के दौर में अल्कोहॉल युक्त नशीले पेय पदार्थों का उपयोग ना करें।
फल एवं सब्जी जिनमे पानी की मात्रा अधिक होती है जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा, अन्नानास, संतरा, अंगूर आदि का अधिक सेवन करें। शिशुओ एवं बच्चों, 65 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों, घर के बाहर काम करने वाले, मानसिक रोगियो तथा उच्च रक्तचाप वाले मरीज का विशेष ध्यान रखें। यदि बाहर कार्य करना अति आवश्यक हो तो समय से ही करें। बाहरी गतिविधियाँ सुबह व शाम को करें। अत्याधिक शारीरिक श्रम वाली गतिविधियां दिन के अधिकतम तापमान वाले घंटो मे ना करें। जूते-चप्पल तथा नजर के काले चश्मे का प्रयोग करें। बहुत अधिक भीड, गर्म घुटन भरे कमरों, रेल, बस आदि की यात्रा गर्मी के मौसम मे बहुत जरूरी होने पर ही करें। ग्रीष्मकालीन ऋतु को दृष्टिगत रखते हुये महामारी जैसी बीमारी लू-तापघात उल्टी दस्त के लिए एक कॉम्बेट टीम का गठन किया गया।