जूना Gujarati वंश सुतार विश्वकर्मा समाज का सर्व सम्मति से निर्विरोध चुनाव सम्पन्न
Ujjain: जूना गुजराती वंश सुतार समाज की बैठक का आयोजन समाज कि धर्मशाला ३३ कहारवाडी उज्जैन में आयोजित कि गई। बैठक कि अध्यक्षता राधेश्यामजी विश्वकर्मा द्वारा कि गई। बैठक के मुख्य अतिथि मोहंलालजी शर्मा ग्राम मकोडिया, रतनलालजी धनेशा ग्राम बडगावां वाले थे। बेठक ११ बजे प्रारम्भ हुई।। सर्व प्रथम आराध्य देव विश्वकर्मा भगवान कि पूजा अर्चना कर के उनकी अनुमति से बैठक प्रारम्भ कि गई। सर्व प्रथम विश्वकर्मा मंदिर परमार्थिक सेवा समिति, के पदेन अध्यक्ष, पदाधिकारी एवं सदस्यों ने त्याग पत्र दिया तत्पश्चात पुरानी समिति को सर्व सम्मति से भंग कर दिया गया। समाज कि चली आ रही एक स्वस्थ परम्परा का निर्वहन करते हुए नई समिति के संरक्षक, मार्गदर्शक, पदाधिकारियों एवं सदस्यों का निर्वाचन विधिवत व सर्वानुमति से निर्विरोध किया गया। उपस्थित सभी समाजजनों ने करतल ध्वनि से स्वीकृति प्रदान की।
अध्यक्ष पद हेतु गोवर्धनलाल विश्वकर्मा नागदा जं. के नाम का प्रस्ताव राधेश्यामजी शर्मा द्वारा रखा गया व हरिनारायणजी शर्मा ग्राम मकोडिया द्वारा समर्थन किया गया। (1) उपाध्यक्ष पद हेतु सुरेश शर्मा ग्राम क्षिप्रा के नाम का समर्थन महेशजी राऊ (बनबना) के द्वारा किया गया। (2) उपाध्यक्ष पद हेतु घंश्याम शर्मा ग्राम पिपलिया कायथा के नाम का समर्थन सुरेश चंद्र शर्मा ग्राम मकोडिया के द्वारा किया गया। सचिव पद हेतु जगदीशचंद्र तिवारी के नाम का समर्थन हुकुमचदं सुंद्रेला ग्राम रंगवासा के द्वारा किया गया। सह-सचिव पद हेतु दिनेश शर्मा ग्राम बांगर के नाम का समर्थन डॉ कपिल शर्मा राऊ के द्वारा किया गया। हमें यह भी बताना है कि जो जगह आज समाज को बैठने की मिली है वह उज्जैन की हृदयस्थली है व पावन शिप्रा के नजदिक स्थित है। इसका भी अपना इतिहास है, सर्वप्रथम यह पवित्र स्थान एक रामघाट वाले पण्डा जी से क्रय की गई, जोकि ऊबड़-खाबड एवं पथरिली जमीन थी। हमारे भामाशाहों के प्रयासों से एवं परिश्रम से इसे भवन योग्य बनाया गया। जिसका आज परिणाम आपके समक्ष है।
नव निर्वाचित अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में समाज के समक्ष अपनी कार्य योजना प्रस्तुत की। कार्य योजना में पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक कार्य के लिए समितियों का गठन करने का प्रस्तव रखा। समाज का प्रत्येक परिवार संगठन का सदस्य हो एसा प्रयास किया जाएगा। समाज के कमजोर एवं शैक्षिक रुप से पिछडे वर्ग को विशेष रुप से समाज का सहयोग मिलेगा। इस हेतु एक प्रथक से कोष बनाया जाएगा । प्रारम्भिक तोर से इस कोष मे संरक्षक राधेश्यामजी शर्मा मकोडिया द्वारा 51000 रुपये प्रदान करने कि घोषणा की गई। जिसका समाजजनों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम के सुत्रधार दुर्गाप्रसाद मुंद्रेला राऊ, नंदकिशोरजी शर्मा मकोडिया थे एव अतं में आभार प्रदर्शन जगदीश तिवारी जगोठी द्वारा किया गया।