दबंगों ने चुराए सवा दो किमी से ज्यादा रास्ते, 80 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन उलझी
भोपाल न्यूज़: दबंगों ने सरकारी रास्ते , खेती की जमीनों पर जाने वाले रास्ते, आम रास्तों की चोरी कर 80 हेक्टेयर से ज्यादा जमीनें उलझा दी हैं. जिन पर आज लोग जा नहीं सकते. कई जगह तो हालात ऐसे हैं कि लोगों को काफी लंबा चक्कर काटकर जाना होता है, लेकिन दबंगों की तरफ से किए गए कब्जे आसानी से हट नहीं पा रहे. अगर प्रशासन जबरन इन्हें हटा भी देता है तो इसमें से चालीस फीसदी फिर से कब्जा कर पीड़ितों को परेशान करने से बाज नहीं आ रहे. कई मामलों में तो लोग थक कर बैठ भी जाते हैं.
संभाग में सबसे ज्यादा खराब स्थित राजगढ़ की सामने आई है. जहां पिछले एक साल 339 शिकायतें दबंगों की तरफ से रास्ता कब्जाने की आईं हैं. हालांकि प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी में 1025 मामलों में 71.22 फीसदी मामलों का संतोषजनक निवारण का दावा किया है. लेकिन शिकायतों की स्थिति देखकर ऐसा नहीं लगता. क्योंकि कई पीड़ित लगातार शिकायतें कर रहे हैं. आम रास्ता की शिकायतों की पड़ताल से पता चलता है कि करीब आठ किमी रास्तों पर दबंगों का कब्जा था. इसमें से सवा दो किमी से ज्यादा कब्जा आज भी है. ढाई किमी आंकड़ा संभाग में हुईं अलग-अलग शिकायतों के आधार पर है.
रायसेन: अतुल कुशवाह ने बताया कि वह वार्ड नंबर एक में रहते हैं. नयापुरा से रायपुर तक सरकारी रास्ता है. हकीब खान की तरफ से ये रास्ता रोक दिया गया है. इससे वह आवेदक और अन्य लोगों को गुजरने नहीं देता. कुछ लोग रास्ता खोलना भी चाहते हैं तो वह उनसे झगड़ा करता है. ये शिकायत दर्ज की गई है.
भोपाल: शिकायतकर्ता सोनू कुशवाह ने बताया खसरा नंबर 295, हल्का नंबर 23 में कुल रकबा 205 हेक्टेयर है. इस जमीन पर जाने के रास्ते को जगदीश गुर्जर ने कब्जा किया है. आवेदक जमीन पर जा नहीं पा रहा. उसे घूमकर जमीन तक जाना पड़ता है, जबकि रास्ता आम आदमी का है.
राजगढ़: कैलाश दांगी ने बताया कि सादलपुर में राधेश्याम, प्रहलाद और मदनलाल ने सरकारी रास्ते पर कब्जा कर लिया है. इससे न केवल उन्हें बल्कि सादलपुर के कई लोगों को काफी परेशानी होती है. उन्हें काफी घूमकर जाना होता है. ये शिकायत हाल ही में दर्ज हुई है.
केस
विदिशा: रामलाल बंजारा ने बताया कि ग्राम तिनसी में हनुमान जी के मंदिर के बराबर से रास्ता है. इस रास्ते को फूल सिंह द्वारा तोड़फोड़ कर कब्जा किया गया है. इससे पूरे गांव की समस्या खड़ी हो गई है. ये शिकायत भी हाल ही में दर्ज की गई है.
सीहोर: जीवन मेवाड़ा निवासी सैंधोखेड़ी द्वारा बताया गया कि अनावेदक जितेंद्र सिंह, राम सिंह, जीवन सिंह देवसिंह के द्वारा सरकारी रास्ते को कब्जा किया है. इससे आम लोगों का आना जाना बंद हो गया है. लोगों को काफी घूमकर जाना होता है.
वर्षों तक लड़े, कोर्ट से जीते फिर भी नहीं मिला रास्ता
अधिकांश मामलों में दबंगों ने कब्जा कर कृषि की जमीन, प्लॉट पर आवागमन को अवरुद्ध किया है. राजधानी के गांधी नगर स्थित गोंदरमऊ में आसाराम आश्रम के पीछे रास्ते का विवाद कोर्ट में जाने के बाद भी हल नहीं हो रहा है. यहां डेढ़ दर्जन किसानों को आज भी दूसरों की जमीनों से होकर जाना पड़ता है. संभाग स्तर पर भी कई मामलों में कोर्ट के आदेश आने के बाद भी कब्जे नहीं हटे हैं. सीहोर के सांगाखेड़ी निवासी मानसिंह ने बताया कि उन्होंने 2018 में शिकायत की थी. कालू सिंह राजपूत की तरफ से रास्ता बंद कर दिया है. ये इस मामले को कोर्ट में ले गए, 10 जनवरी 2022 को कोर्ट का आदेश हो चुका है, लेकिन अभी तक उन्हें राहत नहीं मिली.