बाघ का रेस्क्यू करने पन्ना और कान्हा रिज़र्व टाइगर की टीमें पहुँची रायसेन
रायसेन Raisen। आदमखोर टाइगर को पकड़ने के लिए रेस्क्यू rescue करने के लिए कान्हा और टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट की 40 सदस्यीय टीमें सामान्य वन मण्डल रायसेन पहुंची है। पाँच हाथियों पर सवार होकर टाइगर रिज़र्व की 40 सदस्यीय टीम करेंगी जंगल में बाघ का रेस्क्यू।
बाघ का मूवमेंट कैमरे में क़ैद होते ही हाथियों पर सवार होकर किया जायेगा उसका रेस्क्यू। वन विभाग के डीएफओ विजय कुमार, एसडीओ सुधीर पटलेSDO Sudhir Patel ने बताया कि अब रायसेन नगर सहित आसपास के ग्रामीणों को बहुत जल्दी ही मिलेगी बाघ की दहशत से आजादी। वन विभाग Forest department ने इस बाघ को रॉयल टाइगर दिया था नाम।
लगभग 20 दिन पहले ही तेंदूपत्ता तोड़ने गए मनीराम जाटव 55 वर्षीय का इस बाघ ने किया था शिकार। आज सुबह ही एक बार फिर बाघ ने किया था बेल का शिकार। रायसेन के वन विभाग की टीम पिछले तीन महीने से इस बाघ को रेस्क्यू करने का कर रही थी प्रयास। एहतियात के तौर पर वन विभाग की 40 टीमें कुसियारी के जंगल में सर्चिंग कर रही थी। वहीं 30 से अधिक सर्चिंग कैमरे जंगल में लगाए गए थे ।इसके बावजूद भी टाइगर का पता लगाने के लिए टीम में विफल रही। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि हमने 20 गांव के ग्रामीणों को हाई अलर्ट कर दिया है ताकि उनकी जान माल की सुरक्षा हो सके। अब पन्ना टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट Panna Tiger Reserve Forest और कान्हा से आई 40 सदस्य सिटी में पांच हाथियों पर सवार होकर टाइगर की सर्चिंग करेंगे रेस्क्यू करने के बाद टाइगर को सुरक्षित पिंजरे में बंद कर दिया जाएगा।