इंदौर न्यूज़: सिमरोल थाना क्षेत्र में मार्कशीट को लेकर सिरफिरे छात्र ने बीएम कॉलेज की महिला प्रोफेसर को ज्वलनशील पदार्थ से जला दिया था. घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर सबूत जुटाना शुरू कर दिए हैं. पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में महिला अधिकारी ने उपचाररत प्रोफेसर के बयान लिए है. उन्होंने आरोपी के संबंध में जानकारी दी है. परिजन ने भी घटना से जुड़ी जानकारी जुटाई है.
बीएम कॉलेज में फार्मेसी विभाग की हेड प्रो. विमुक्ता शर्मा निवासी आनंद नगर का उपचार चोइथराम हॉस्पिटल की बर्न यूनिट में जारी है. शाम से सभी वार्ड के बाहर उनकी सलामति की दुआ करते रहे. ग्रामीण एसपी भगवत सिंह बिरदे ने बताया कि कॉलेज परिसर को जांच में शामिल किया है. जिस स्थान पर प्रोफेसर पर हमला हुआ वहां से जले कपड़े व साक्ष्य जुटाए हैं. आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव का एमवायएच में उपचार जारी है. टीम उससे पूछताछ कर रही है.
कॉलेज परिसर में स्पोर्ट्स फैकल्टी सहित तीन कर्मचारी थे
टीआइ आरएनएस भदौरिया के मुताबिक प्रो. शर्मा ने बयान में बताया कि कार से घर जाने के लिए निकल रही थी तभी आरोपी मार्कशीट की बात को लेकर बहस करने लगा. उसने बाल्टी में भरे ज्वलनशील पदार्थ उन पर फेंकने के बाद लाइटर से आग लगा दी. मदद के लिए चिल्लाई तो कॉलेज के स्पोर्ट्स फैकल्टी, इलेक्ट्रीशियन और सफाई कर्मचारी पहुंचे. सभी ने किसी तरह आग बुझाई. स्पोटर्स फैकल्टी ने उन्हें अपनी टी शर्ट पहनाई. इसके बाद कार से उन्हें निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. वहां से उन्हें चोइथराम हॉस्पिटल ले गए. वहीं अधिकृत रूप से कॉलेज प्रबंधन ने कोई बयान नहीं दिए हैं. इसके पूर्व अक्टूबर 2022 में आरोपी छात्र ने कॉलेज फैकल्टी पर चाकू से हमला किया था.
शहर का मैसेज पूरे देश में जाना चाहिए
स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे परिजन
शाम हुई घटना के बाद से परिजन घर नहीं गए. परिजन ने बताया कि प्रो. शर्मा की हालत गंभीर है. डॉक्टर से उनके स्वास्थ्य के संबंध में थोड़ी-थोड़ी देर में जानकारी ले रहे हैं. केवल चेहरा और पैर के पंजे आग से बच गए हैं. प्रोफेसर के परिवार में पति मनोज शर्मा और बेटी देवांशी है. बेटी कटेंट राइटर है. परिवार के बुजुर्ग भी पूरी समय हॉस्पिटल में चिंतित दिखे. परिजन ने बताया कि प्रोफेसर विमुक्ता की कजिन बहन भी पुलिस अधिकारी है.
निगरानी के लिए पुलिस ने लगा रखा है स्टाफ: हॉस्पिटल परिसर में सभी प्रोफेसर ने मीटिंग की. उस दौरान किसी प्रोफेसर ने कहा कि यह घटना निंदनीय है. इसकी पूरे शहर में चर्चा हो रही है. प्राचार्य संघ और कॉलेज संचालक को ठोस निर्णय लेना होगा. शहर का मैसेज पूरे देश में जाना चाहिए. हम मौन रैली निकालेंगे. एक प्रोफेसर ने इस घटना के विरोध में एक दिन के लिए शहरभर के कॉलेज को बंद रखने की बात कही. वहीं कुछ प्रोफेसर ने बताया कि कॉलेज परिसर को सुरक्षित रखना होगा. वहां पर्याप्त गार्ड के साथ कैमरा लगाने होंगे.
एमवायएच में भर्ती आरोपी आशुतोष पर निगरानी के लिए थाने का स्टाफ लगा है. पूछताछ में अलग-अलग बातें कर रहा है. आरोपी कहने लगा कि मार्कशीट की बात को लेकर कॉलेज में ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचा था. वह चाहता था कि खुद पर पदार्थ डालकर आग लगाने का प्रयास करेगा तो प्रोफेसर पर झूठी कायमी होगी, लेकिन वहां पहुंचकर प्रोफेसर पर फेंक दिया. उसने कॉलेज के बाहर निकलते ही मोबाइल भी फेंक दिया था.