मध्य प्रदेश : साल 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होगा। जिसमें करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होने के लिए पहुंचेंगे। 12 साल में एक बार अवंतिका नगरी में कुंभ का आयोजन होता है। साल 2016 के बाद 2028 में यह मौका पड़ रहा है। जब एक बार फिर देश और दुनिया भर से साधु संत कुंभ मेला में पहुंचेंगे और स्नान करेंगे। इसके अलावा दुनिया भर से जनता यहां धर्म लाभ लेने पहुंचेगी।
सिंहस्थ के दौरान प्रशासन को बड़े स्तर पर व्यवस्थाएं करनी पड़ती है। श्रद्धालुओं की संख्या हजारों नहीं बल्कि करोड़ों में होती है और इतनी भीड़ को संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। साल 2016 के सिंहस्थ में आंधी तूफान और बारिश की स्थिति बनी थी जिसके चलते मेला क्षेत्र में आपातकालीन परिस्थितियों उत्पन्न हो गई थी। ऐसी स्थिति फिर से निर्मित ना हो इसके लिए इस बार व्यापक स्तर पर इंतजाम किए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक आपातकालीन स्थिति से अच्छी तरह से निपटा जा सके इसके लिए हाउसिंग बोर्ड की तरफ से देवास रोड पर एक इमरजेंसी ऑपरेटिंग सेंटर तैयार किया जाएगा। सिंहस्थ 2028 में तो इसका संचालन होगा ही साथ ही इसके बाद भी इसे संचालित किया जाता रहेगा। मेला क्षेत्र में अगर कोई भी अप्रिय स्थिति बनती है तो तुरंत ही इस केंद्र से राहत और बचाव कार्य किया जाएगा।
बनेगा District Emergency Operating Center
इस बार सिंहस्थ 2028 में देश और विदेश से तकरीबन 14 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इन सभी के आवागमन से लेकर आपदा प्रबंधन तक उचित व्यवस्थाएं की जाएगी। देवास रोड पर इमरजेंसी केंद्र बनाए जाने के साथ सैनिक भोजन शाला का निर्माण भी किया जाएगा और सैनिक कल्याण भवन भी निर्मित होगा। इस पूरे परिसर में बाउंड्री वॉल और प्रवेश द्वार के साथ सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट तकरीबन 68 करोड़ 50 लाख से ज्यादा का होने वाला है।
बनाया जाएगा कमांड सेंटर
इमरजेंसी सेंटर के अलावा एक संभाग स्तर का कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा होमगार्ड, सैनिक ट्रेनिंग सेंटर और सर्फेस वॉटर रेस्क्यू की बिल्डिंग भी बनाई जाएगी ताकि हर आपातकालीन स्थिति से अच्छी तरह से निपटा जा सके। सीनियर महिला और पुरुष अधिकारियों की ट्रेनिंग सेंटर के साथ मीटिंग हॉल और हॉस्टल का निर्माण होगा।
तैयार हुआ प्रोजेक्ट
जिला इमरजेंसी ऑपरेटिंग केंद्र बनाए जाने के लिए प्रोजेक्ट पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इसकी कार्य योजना तैयार करते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जैसा कि जाहिर है कि इस इमरजेंसी सेंटर का निर्माण मुख्य रूप से सिंहस्थ के लिए किया जा रहा है इसलिए इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।