पुण्य सम्राट के चरणों में श्रीसंघ ने अपना सर्वस्व अर्पित किया: Sa. Tatvalatashriji
Meghnagar मेघनगर। चातुर्मास काल की पूर्णाहुति आगामी कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को होने जा रही है इस बेला के पूर्व नगर में आयोजित ज्ञानतत्व तपोमय चातुर्मास अंतर्गत चातुर्मास विदाई समारोह का आयोजन श्रीसंघ द्वारा रविवार को राजेंद्र सूरी जैन ज्ञान मंदिर में आयोजित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए पूज्य साध्वीजी भगवंत तत्वलताश्रीजी ने मेघनगर श्रीसंघ द्वारा पूरे चातुर्मास में उदार भाव से जो कार्य किए गए उनकी अनुमोदना करते हुए श्री संघ को अपना आशीर्वाद प्रदान किया। पुज्यश्री ने फरमाया कि, जब भी हमने संघ के समक्ष किसी आयोजन को लेकर अपनी भावना व्यक्त की तो श्रीसंघ ने उसे स्वीकार कर विराट स्वरूप में संपन्न किया। ऐसा सिर्फ वही हो सकता है, जहां समर्पण भाव कूट-कूट कर भरा हो, और मेघनगर श्रीसंघ का पुण्य सम्राट गुरुदेव और उनके परिवार के प्रति जो समर्पण है इसकी जितनी प्रशंसा अनुमोदना करें वह कम है। यहां का बच्चा बच्चा पुण्य सम्राट के प्रति निष्ठावान है।
उक्त जानकारी देते हुए परिषद के प्रवक्ता दिविक कावड़िया ने बताया कि, 18 जुलाई 2024 को पूज्य साध्वीजी भगवन श्री तत्वलताश्रीजी आदि ठाणा - 4 का चातुर्मास हेतु नगर में मंगल प्रवेश हुआ था तभी से नगर में ज्ञान, ध्यान, तप, त्याग की गंगा अविरल प्रवाहित हो रही है और जिसमें सकल संघ ने डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य बनाया है। रविवार को आयोजित चातुर्मास विदाई समारोह में गुरुभक्तो ने नम आंखों से भावविभोर होते हुए अपने उद्गार व्यक्त किए।
श्रीसंघ अध्यक्ष शांतिलाल लोढ़ा ने अपने उद्बोधन में इस चातुर्मास में हुए समस्त आयोजनों के लिए और इस चातुर्मास के निर्विघ्न में पूर्णता के लिए पूज्य साध्वीजी भगवन का आभार मानते हुए सहयोग करने वाले सकल संघ के सदस्यों और संस्थाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ की ओर से नवनियुक्त अध्यक्ष रवि सुराणा, यशवंत बाफना, विनोद बाफना ने भी अपने उदगार व्यक्त करते हुए साध्वी भगवन की सरलता और प्रेरणा से संघ में हुए संघ एकता के कार्यों की सराहना करते हुए अनुमोदना की।
महिला परिषद अध्यक्ष स्नेहलता कावड़िया, नवयुवक परिषद अध्यक्ष देवेंद्र जैन, तरुण परिषद अध्यक्ष रवि जैन, बालिका परिषद अध्यक्ष अंशिका कावड़िया, विमल जैन, शीतल कावड़िया, सुनीता मुथा, अर्चना कावड़िया, अलका लोढ़ा, कल्पना राका, चेतना कोठारी, रेणु कावड़िया, अनीता रूनवाल, आश्वी लोढ़ा, लब्धि कोठारी, अर्चित मुथा, केतन कावड़िया आदि ने भी समारोह में अपने भाव व्यक्त करते हुए, चातुर्मास में पूज्य गुरूवर्या, की असीम कृपा एवं आशीर्वाद से इस चातुर्मास में संपन्न नमस्कार महामंत्र आराधना, शंखेश्वर पार्श्वनाथ के अट्ठम तप, आराधना, सिद्धितप आराधना, सामूहिक अट्ठाईं, ओलीजी आराधना, त्रिदिवसीय जिनेन्द्र भक्ति महोत्सव, भद्रतप आराधना, 108 अट्ठम तप आराधना के सफल आयोजन हेतु पूज्य साध्वी भगवन और श्रीसंघ का आभार मानते हुए चातुर्मास काल में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से हुई भूलो के लिए क्षमायाचना भी की, एवं इन समस्त अनुष्ठानों में लाभ लेने वाले परिवारों की भी भूरि भूरि अनुमोदना की।
साथ ही कावड़िया ने बताया कि चातुर्मास काल में समर्पण भावों के साथ स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से वैयावच्च करने वाले, डॉक्टर अमित मेहता एवं डॉक्टर अंजली सोनी का श्री संघ द्वारा बहुमान किया गया। वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ के प्रमुखों का भी चातुर्मास में सहयोग हेतु बहुमत किया गया। साथ ही ज्ञान मंदिर में सेवा देने वाले रमेश भाई, दिलीप भाई, सीताबेन, जमुनाबेन, का भी श्रीसंघ द्वारा बहुमान किया गया। इसी के साथ इस वर्ष दीपावली के अवसर पर आतिशबाजी नहीं करने वाले 18 बच्चों को नवयुवक एवं महिला परिषद द्वारा प्रोत्साहन राशि प्रदान करते हुए उनकी अनुमोदना की गई, तो वही इस चातुर्मास के अंतर्गत प्रतिदिन पूजन करने वाले, पाठशाला आने वाले, मोबाइल का त्याग करने वाले, नियमित प्रतिक्रमण करने वाले बच्चों को प्रोत्साहन पुरस्कार साध्वीजी भगवान की प्रेरणा से श्रीसंघ द्वारा प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए रजत कावड़िया ने आगामी ने कहा कि, आगामी कार्तिक पूर्णिमा को पूज्य साध्वीजी का यहां से रंभापुर की ओर विहार होगा जो कि, पैदल संघयात्रा के स्वरूप में होगा और जिसका लाभ नगर के 54 बाल संघपतियो द्वारा लिया जा रहा है। यह संघ यात्रा 15 नवंबर को प्रातः 6 बजे मेघनगर से प्रस्थान करेगी एवं रंभापूर में विविध आयोजनों के साथ संपन्न होगी। साथ ही कावड़िया ने इस चातुर्मास के सफल आयोजन के लिए नगर के एवं जिनशासन के कलमकारो का भी आभार मानते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया जिन्होंने इस ज्ञानतत्व तपोमय चातुर्मास के छोटे से लेकर बड़े कार्यक्रम तक के समाचारों को अपने अखबारों के माध्यम से देश भर में पहुंचने का कार्य किया। कार्यक्रम का आभार राकेश लोढा ने माना।