Shahdol शहडोल: जिले के अमलाई थाना क्षेत्र में मंगलवार को ईंट भट्टा के रहने वाले एक युवक की लाश मिलने के बाद परिजनों व स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल मचाया था। राह चलते एक चार पहिया वाहन को जला दिया गया था। सड़क पर कई घंटे जाम लगा रहा। इतना ही नहीं एक सरकारी स्कूल के कमरे में कबाड़ भरा हुआ मिला। प्रशासन और पुलिस ने किसी तरह शाम होते-होते मामले को शांत कराया।
बता दें कि बाद में मृत युवक के परिजन जिनके ऊपर हत्या की आशंका जता रहे थे। ऐसे छह संदेहियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। इस बवाल के बाद सरकारी स्कूल के कमरे में अवैध कबाड़ मिलने के बाद प्रधानाध्यापक जगमोहन दास पनिका को सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा कर दिया गया। निलंबित
थाना प्रभारी पर आरोप
प्रदर्शनकारियों ने मृतक की हत्या को लेकर अमलाई थाना प्रभारी जेपी शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों के साथ स्थानीय लोगों का कहना था कि युवक पिछले तीन दिन से लापता था।उसकी सूचना हमने थाने में देते हुए संदेहियों के नाम टीआई को बताए थे कि इनकी भूमिका की जांच कराई जाए। यदि इन संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की जाए तो मृतक राकेश पनिका (उस समय गुमशुदा) के बारे में जानकारी मिल सकती हैं। लेकिन थाना प्रभारी समेत अमलाई पुलिस ने हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया। अगर समय रहते इन संदेहियों को पकड़ लिया जाता तो शायद युवक की जान बच जाती।
कबाड़ी शिव को पुलिस का संरक्षण
परिजनों समेत लोगों ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में सक्रिय शिव कबाड़ी समेत अन्य अवैध कार्य का संचालन करने वालों को अमलाई थाना पुलिस का खुला संरक्षण प्राप्त है। शायद इसीलिए हमने कबाड़ियों के नाम तक पुलिस को बताए थे कि इनकी लापता युवक के मामले में संदिग्ध भूमिका है। लेकिन साठ गांठ के चलते पुलिस ने हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया था।
विदित हो कि कोयलांचल समेत जिले भर में इन दिनों अवैध कारोबार संचालित हो रहे हैं। अगर कोयलांचल की बात करें तो वहां बुढ़ार में सबसे बड़ा कबाड़ का ठीहा बड्डे जैन नाम का कबाड़ी करता है। कई बार उसका नाम काले कारोबार में सामने आ चुका है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति के अलावा पुलिस ने कुछ नहीं किया। जबकि जिस स्थान पर बुढ़ार में यह ठीहा संचालित है, वह आबादी के बीच और थाना से कुछ ही दूर पर स्थित है।