ग्वालियर | केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट और महेंद्र सिंह सिसौदिया द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर टिप्पणी करना का मामला अदालत तक पहुंच गया है। तीनों नेताओं के ट्विटर अकाउंट ब्लॉक किए जाने को लेकर एमपी एमएलए कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर दायर इस परिवाद पर न्यायालय अब 20 नवंबर को सुनवाई करेगा। न्यायालय ने परिवादी को अगली सुनवाई में सभी बिंदु कोर्ट में पेश करने और बयान दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
दिग्विजय सिंह को कहा था देश विरोधी
21 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए भगवान महाकाल से प्रार्थना की थी कि दिग्विजय सिंह जैसा देश विरोधी व्यक्ति इस देश में कभी पैदा न हो, यह बयान केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के उस बयान के प्रति उत्तर में दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंधिया जैसा दूसरा व्यक्ति कांग्रेस में कभी पैदा न हो।
सिंधिया के इस ट्वीट का उनके कट्टर समर्थक प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट और महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी समर्थन किया था। इस पर कांग्रेस समर्थित अधिवक्ता नितिन शर्मा ने एक परिवाद एमपी एमएलए कोर्ट में दायर की है।